कांकेर …..(अनुराग उपाध्याय वरिष्ठ पत्रकार कांकेर)
Baster में धर्मान्तरण प्रमुख मुद्दा …,50 सीटों पर उतरेंगे प्रत्याशी …. Arvind netam
Arvind netam ने Congress party की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर नयी पार्टी के बैनर तले लगभग 50 से अधिक विधानसभाओं में प्रत्याशी – उम्मीदवार उतरने का ऐलान भी कर दिया है !
लंबे अरसे के बाद Arvind netam ji का कांग्रेस से मोहभंग हुआ है हालांकि उन्होंने इसकी वज़ह वर्तमान मुख्यमंत्री जी से ” तालमेल ” का अभाव और आदिवासी समाज के साथ ‘ छलकपट ‘ की राजनीति को कारण बताया ….!
दो दिन पूर्व ही Congress से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री Arvind netam ने आदिवासी समाज के नेतृत्व में नई पार्टी बनाने का ऐलान के साथ – साथ चुनाव आयोग को नईपार्टी का नाम भेजा दिया गया है और चुनाव आयोग से कुछ पत्र मिलने का इंतज़ार है लेकिन उन्होंने सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले नयी राजनैतिक पार्टी का नाम ” हमर राज पार्टी ” बताकर फिलहाल Political गलियारों में एक तरह से भूचाल मचा दिया है नेताम साहब की पार्टी छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में कुल 50 सीट पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है जिसमें आरक्षित विधानसभा से 30 और सामान्य सीटों में 20 उम्मीदवार के साथ मैदान में कूदने की तैयारी करेगी तो वहीं अगर BSP और CPI से गठबंधन होता है तो परिणाम बेहतर आयेगा और हमारी पार्टी से कोई ” ब्राह्मण ” भी Ticket मांगेगा तो हम देंगे …!
धर्मान्तरण प्रमुख मुद्दा ….
वरिष्ठ आदिवासी नेता और सर्व आदिवासी समाज के नेता ” Arvind netam ” ने कांग्रेसी पार्टी से इस्तीफा देकर MEDIA से जिला मुख्यालय में औपचारिक चर्चा की जिसमे उन्होंने छत्तीसगढ़ व बस्तर में अंधाधुंध धर्मान्तरण पर चिंता जताई और कहा कि अगर समय रहते नहीं संभाल गया तो Manipur जैसे हालात पैदा हो जायेगें और आदिवासी संस्कृति और संस्कार चर्च में चल जायेगा व आदिवासी समाज को इसे लेकर गंभीर होने की जरूरत है लेकिन उन्होंने RSS और अन्य हिन्दू संगठनों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि …” धर्मान्तरण जैसे मुद्दों पर उनके बड़े पदाधिकारी दूर से ही ज्ञान बांटते हैं और फंसता देख चुपचाप निकल लेते हैं और फंसता कौन है गांव का गरीब आदिवासी परिवार का ‘ मंगलू ‘ और Baster और सरगुजा में यही हो रहा है जो देखा व सुना जा रहा है !
नेताम और सोहन पोटाई ….
Arvind netam ने चर्चा के दौरान दो नाम लिये जिसमें प्रमुख रूप से … पूर्व कलेक्टर व सर्व आदिवासी समाज के President नेताम और सोहन पोटाई जी का .., अगर वो दोनों होते तो होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव हम जीतते और आदिवासी मुख्यमंत्री ही यहां की गद्दी पर बैठता फिर भी सावधानी के साथ हम पुनः मैदान में उतरने तैयार है और मेरा Congress party से मोहभंग व इस्तीफा का कारण ..” खासकर कांग्रेस सरकार की आदिवासी विरोधी नीति और पूर्व की सरकारों ने भी हमे निराश और हताश किया ” और अब आदिवासी समाज स्वयं मैदान में एक Political party के रूप में अपने हक की लड़ाई लड़ने उतरेगा तो मुख्यमंत्री हमारा ही होगा ..,,और BJP के वरिष्ठ नेताओं की कठपुतली के सवाल पर उन्होंने कहा कि …” 2018 का चुनाव किसकी मदद से जीते और फिर मामला आदिवासियों के सम्मान की उसमें वो खरे नहीं उतरे और सरकार फिर बनी ही नहीं और अब वहीं हाल Congress कर रहीं हैं देखिए तस्वीरें आपके सामने आ जायेगी …!
भ्रष्टाचार और घोटाले पर Arvind netam ने हंसते हुए कहा कि …” जहां – जहां पैर पड़ रहा है दल – दल ही नजर आ रहा है और रही बाते लगभग 30 से अधिक विधायकों की Ticket कटने की वो सभी सर्वे Report में नीचे उतर गये है !
देखना अब यह है कि ” साहब ” की नांव चुनाव तक चलेगी या फिर किसी बड़े राजनैतिक नांव में सवार होकर चुनावी मैदान में उतरेगी क्योंकि Netam ji चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर भी दिये है और हो सकते है King maker …!