संसाधनों का बेहतर उपयोग कर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाएंगे आगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करके प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाएंगे। राज्य शासन ने इस वर्ष साढ़े तीन करोड़ लाख का विकासोन्मुखी बजट तैयार किया है। पांच साल में इसे दोगुना करने का प्रयास किया जाएगा। इन्फ्रा-स्ट्रक्चर सहित सभी क्षेत्रों को विकसित किया जाएगा। मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आमदनी बढ़ी है। हमारी सरकार का लक्ष्य हर व्यक्ति की जिन्दगी में बदलाव लाना है। पूरे प्रदेश में राजस्व महाअभियान चला रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज इमर्जिंग मध्यप्रदेश कार्यक्रम में प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य शासन को लक्ष्य प्राप्ति के लिए ठोस निर्णय ले रही है। प्रदेश में निवेश बढ़ाया जाएगा। सभी प्रकार के निवेश को प्रोत्साहित कर रोजगार को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात बढ़ा रहा है। बिजली, सड़क, महिला उत्थान, स्वास्थ्य सभी क्षेत्रों में कार्य हो रहा है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश की देश में विशिष्ट पहचान बनी है। जनता का विश्वास हमारे साथ है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व शांति के लिए प्रयासरत है। रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान भारत ही निकाल सकता है। विक्रमादित्य की नगरी उज्जैन है उनको लोग जाने और समझें इसके लिए पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। ईसवी सन ईसा मसीह के जन्म से जुड़ा है। इसी तरह विक्रम संवत विक्रमादित्य से जुड़ा है। हमारी परम्परा गौरवान्वित करने वाली है। विक्रमादित्य की न्याय व्यवस्था और पराक्रम अद्भुत है। उन्होंने कहा कि राजा भोज शोध केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने राजा भोज की बेहतर बांध बनाने की तकनीक का उदाहरण भी दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराम मनुष्य रूप में अवतरित हुए। उन्होंने अपने प्रत्येक काम से समाज को शिक्षा दी। धर्म से जुड़े पाठ्यक्रमों को नई शिक्षा नीति में शामिल किया गया है। उन्होंने भगवान कृष्ण की लीलाओं के प्रसंग सुनाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रामपथ गमन और श्रीकृष्ण पाथेय की प्लानिंग की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की, ऐसे सभी स्थानों को तीर्थ स्थान बनाया जा रहा है।