प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त कैडेट्स को दी जाएगी क्रमश: 50 हजार, 30 हजार और 20 हजार की सम्मान निधि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ को एन.सी.सी. कैडेट्स को चीफ मिनिस्टर बैनर कार्यक्रम में किया संबोधित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड के कठिन काल में कोविड जैसी अबूझ चुनौती का सामना करने के लिए सबसे पहले युवा, साहसी और अनुशासित दल के रूप में एन.सी.सी. का ही ध्यान आया था। मुझे विश्वास था कि लोगों का जीवन बचाने के लिए एन.सी.सी. कैडेट्स ही अपना जीवन दांव पर लगाने का साहस रखते हैं। हमें निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर होना है और देश को आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व को मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है। हमें निरंतर आगे बढ़ते हुए भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना है।
मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ एन.सी.सी. निदेशालय के अपर महानिदेशक मेजर जनरल ए.के. महाजन ने कहा कि 1948 में आरंभ एन.सी.सी., वर्तमान में विश्व का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इसके विस्तार पर बल दिया है, जिसके परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश में 55 हजार केडेट्स को सम्मिलित किया जाएगा। दिल्ली की परेड में मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ निदेशालय के दल ने ग्याहरवां स्थान प्राप्त किया। कर्तव्य पथ पर निदेशालय के 15, राष्ट्रीय गार्ड ऑफ ऑनर में 5 और पीएम रैली में 2 कैडेट्स ने भाग लिया। घुड़सवारी में निदेशालय के कैडेट्स ने 2 रजत और दो कांस्य पदक जीते। निदेशालय के कैडेट्स ने दिल्ली शिविर में परचम लहराया है। एन.सी.सी. के सभी कैडेट्स देश निर्माण को समर्पित हैं।
चीफ मिनिस्टर बैनर कार्यक्रम में एन.सी.सी. कैडेट्स द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं । इसके अंतर्गत रूद्र शिव तांडव, पुण्य श्लोक माँ अहिल्या बाई होल्कर की जीवन गाथा पर नृत्य नाटिका, बांसुरी वादन तथा बधाई नृत्य प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी कैडेट्स को सम्मानित किया तथा उनके साथ ग्रुप फोटो लिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान को अपर महानिदेशक मेडर जनरल ए.के. महाजन ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।