मामला भलपहरी स्थित आशा मिनरल्स का
कवर्धा। बोडला विकासखंड के ग्राम भलपहरी से लगे हुए आशा मिनलर गिट्टी खदान के खिलाफ ग्रामीणों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। इस बार ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर कहां की यदि गिट्टी खदान बंद नहीं हुई तो वहां चलने वाले ट्रकों को आग लगा देंगे।
विदित हो कि ग्राम पंचायत भलपहरी स्थित गिटटी खदान में पत्थर के लिए खनिज विभाग की मिलीभगत के चलते नियमो को ताक में रख कर नियम विपरीत कई फीट गढ्डा कर दिया गया है। इस गढढे में भरे पानी को पम्प के माध्यम से बाहर फेंका जा रहा है। जिसके चलते गांव सहित आसपास के गांवों का जल स्तर नीचे होते जा रहा है।
ग्रामीणों के मुताबिक भलपहरी में तो एकाध घण्टे बाद नल व हैंण्ड पंप से पानी आना बंद हो जाता है। गांव में जल संकट गहराता जा रहा है। मामले को लेकर पहले भी कई बार कलेक्टर से लेकर मंत्री तक के दरबार मे गुहार लगाई जा चुकी है किंतु राजनैतिक संरक्षण के चलते ग्रामीणों की शिकायतों पर ना तो खनिज विभाग और ना ही राजनेता ध्यान दे पा रहे है ।
आज ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर खदान को बंद कराने की मांग की है खदान बन्द नही करने की दशा में आक्रोशित महिलओं ने कहा कि यदि खदान बंद नहीं होगी तो खदान की ओर चलने वाले गाडियों को आग लगा देंगे। जिससे ग्रमीणों के आक्रोश का अंदाज़ लागया जा सकता है ।
ग्रामीणों का आरोप है कि बिना विस्फोटक निरीक्षक की उपस्थिति के लगभग
हर रोज ब्लास्टिंग से पूरा गांव थर्रा जाता है । ब्लास्टिंग से पुरा गांव हिल जाता है जिससे कई घरों की छत व दिवारों में दरार आ गई है। घर में रखे बर्तन गिरने लगते है। इससे बच्चों सहित सभी को जान का खतरा रहता है।
ओव्हरलोडेड वाहनों के गुजरने से भलपहारी की सडके भी जर्जर हो चुकी है। लगभग 300 नाराज ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर गिट्टी खदान बंद करने की मांग की है ।