जिले की ग्राम पंचायतों में चलाया गया स्वच्छता अभियान
अभियान की सार्थकता निरूपित कर रही गांव की महिलायें-रोमा श्रीवास्तव
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स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह के आज सातवें दिन जिले के ग्राम पंचायत स्तर पर व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय, सामुदायिक शौचालय परिसर, सभी शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र एवं ग्राम पंचायत भवनों में शौचालयों की साफ-सफाई की गई। इस अवसर पर स्वच्छ हरित ग्राम आधारित रैली का आयोजन किया गया, जिसमे ग्राम पंचायत की ग्रीन आर्मी दीदीयों, कृषि सखी, पशु सखी, स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा धमतरी विकासखंड के ग्राम पंचायत उड़ेना, देवरी, भोथली, बोरिदखुर्द, बागतराई, अंगारा, लीलर, गागरा, बिंद्रानवागांव, नगरी विकासखंड के ग्राम पंचायत सांकरा, आमगांव, गिधावा, मल्हारी, सेमरा, चनागांव, गढ़ियापारा, सियादेही में आंगनबाड़ी केंद्र एवं सभी शासकीय भवनों की शौचालय, सामुदायिक शौचालय की साफ सफाई कर स्वच्छता की अलख जगाई। महिलाओं ने पर्यावरण की दृष्टि से वर्षा ऋतु में पौध लगाने की शपथ लेकर गांव के अन्य लोगों को भी प्रेरित किया गया। ग्राम पंचायत कुकरेल में पानी है अमृत की धारा, पानी है हर जीव का सहारा। जल है तो कल है, आओ बूंद-बूंद बचाये हम, बारिश की गुंजन बोले हैं,हर पल मेरे ही संग्रहण में है, सुखी तुम्हारा कल। जीवन का एक ही सहारा, पर्यावरण हमको प्यारा जैसी नारा लेखन के माध्यम से स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह के माध्यम से लोगों में जल और कल, पर्यावरण की महत्ता बताते हुए पेंड़ पौधे लगाने की अपील की गई। वहीं विकासखंड मगरलोड के ग्राम पंचायत शुक्लाभांठा में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की महिलाओं द्वारा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर गांव को हमेशा स्वच्छ रखने जागरूक किया गया।
स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह के संदर्भ में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री रोमा श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी हुई आबादी के सापेक्ष्य खुले में शौच मुक्त (ओ.डी.एफ.) की स्थिति बनाये रखने के लिए स्वच्छ भारत मिशन की ग्रीन आर्मी, समूह की महिलाएं एवं ग्रामीणजनों के द्वारा व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय, सामुदायिक शौचालय परिसर, शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, ग्राम पंचायत भवनों में शौचालयों की साफ-सफाई कर अभियान की सार्थकता निरूपित कर रही है। दीवाल लेखन के माध्यम से स्वच्छता एवं पेयजल पर आधारित नारा, सोक पिट, रिचार्ज पिट की मरम्मत कार्य को ग्राम पंचायतों में लगातार गति दी जा रही है। गांव में रैली का आयोजन कर ग्रामीणों को जलवायु परिवर्तन का दुष्परिणामों की जानकारी देते हुए पर्यावरण को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने का संदेश दिया जा रहा है वहीं विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले के अमृत सरोवर स्थलों कि साफ-सफाई, वृक्षारोपण कार्य, जल संरक्षण एवं जैव विविधता के बारे में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को लगातार प्रेरित किया जा रहे है।