2023-24 में 12 अन्य शहरों में भी दिव्य कला मेला का आयोजन किया जाएगा
यह आयोजन दिव्यांगजनों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में डीईपीडब्ल्यूडी की एक अनूठी पहल है। ‘दिव्य-कला मेला’ दिव्यांगजनों के उत्पादों और कौशलों को बाजार और प्रदर्शन के लिए एक बहुत बड़ा मंच उपलब्ध कराएगा।
2022 से शुरू होने वाली इस श्रृंखला में गुवाहाटी का ‘दिव्य-कला मेला’ क्रम में चौथा है। [(i) दिल्ली दिसंबर 2022, (ii) मुंबई फरवरी 2023 (iii ) भोपाल मार्च 2023 में अन्य तीन मेलों का क्रम से आयोजन किया गया।]
22 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन इस मेले में करेंगे। निम्नलिखित श्रेणियों के उत्पाद इसमें शामिल होंगे:- घर की सजावट और जीवनशैली से संबंधित, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, डिब्बा-बंद भोजन और जैविक-उत्पाद, खिलौने और उपहार, और व्यक्तिगत उपयोग वाली वस्तुएं- आभूषण और क्लच बैग्स। यह सभी के लिये ‘स्थानीय के लिए मुखर’ होने का अवसर भी होगा और दिवयांग शिल्पकारों द्वारा अपने अतिरिक्त दृढ़ संकल्प के साथ बनाए गए उत्पादों को इसमें देखा और खरीदा जा सकेगा।
गुवाहाटी में सात दिवसीय ‘दिव्य-कला मेला’ सुबह 10:00 बजे से रात्रि के 10:00 बजे तक खुला रहेगा और इसमें विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का, जिसमें दिव्यांग कलाकारों और प्रसिद्ध कलाकारों के प्रस्तुतियों सहित लोग देश के विभिन्न क्षेत्रों से अपने मनपसंद भोजन का भी आनंद उठा सकेंगे।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय सामाजिक-कल्याण और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार द्वारा 11 मई को शाम 5:00 बजे निर्धारित है। इस कार्यक्रम की शोभा सामाजिक-कल्याण एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा भौमिक भी अपनी उपस्थिति से बढ़ाएंगी।
विभाग के पास इस संकल्पना को बढ़ावा देने के लिए भव्य योजनाएं हैं। जिसके अंतर्गत देश-भर में ‘दिव्य-कला मेले’ का आयोजन किया जाएगा। 2023-2024 के दौरान यह कार्यक्रम गुवाहाटी से शुरू होकर देश के 12 शहरों में आयोजित होना प्रस्तावित है।
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