
102 माध्यमिक शालाओं के 145 शिक्षकों ने लिया प्रशिक्षण, नवीन पाठ्यपुस्तकों पर दिया गया विशेष जोर
नई शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में विकासखंड रायगढ़ में माध्यमिक शालाओं के शिक्षकों का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण 8 से 12 दिसंबर तक माध्यमिक शाला जुर्ड़ा एवं प्राथमिक शाला ननसिया को प्रशिक्षण केंद्र बनाकर आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.के.वी.राव के निर्देशन में विकासखंड स्रोत समन्वयक मनोज अग्रवाल एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजय पटेल के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप तैयार की गई नवीन एवं अनुकूलित पाठ्यपुस्तकों पर आधारित अध्यापन विधियों का विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में विकासखंड रायगढ़ की 102 माध्यमिक शालाओं के 145 शिक्षकों ने सहभागिता की। इस दौरान संस्कृत, अंग्रेजी, सामाजिक अध्ययन एवं विज्ञान विषयों में नवीन पाठ्यपुस्तकों के अनुरूप प्रभावी एवं गतिविधि आधारित अध्यापन तकनीकों की जानकारी दी गई।
यह प्रशिक्षण जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) धरमजयगढ़ से चयनित एवं प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा संचालित किया गया। मास्टर ट्रेनर्स ने पाठ्यपुस्तकों में निहित प्रावधानों, अपेक्षित दक्षताओं, अधिगम परिणामों तथा गतिविधि आधारित शिक्षण विधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रशिक्षण को रोचक एवं प्रभावी बनाने हेतु वीडियो एवं प्रोजेक्टर का व्यापक उपयोग किया गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस डाईट धरमजयगढ़ के प्राचार्य अनिल पैंकरा ने अपनी टीम के साथ दोनों प्रशिक्षण केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशिक्षण व्यवस्था, विषयवस्तु एवं शिक्षण गुणवत्ता का अवलोकन कर आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया तथा प्रशिक्षण को संतोषजनक एवं उत्कृष्ट बताया।
समापन अवसर पर विकासखंड स्रोत समन्वयक श्री मनोज अग्रवाल ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए गुणवत्तापूर्ण एवं नवाचार आधारित शिक्षण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता सुधार हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा करते हुए शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा इस वर्ष कक्षा पहली, दूसरी, तीसरी एवं कक्षा छठवीं की नवीन पाठ्यपुस्तकें लागू की गई हैं, जिन्हें नई शिक्षा नीति 2020 एवं एनसीईआरटी आधारित पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार किया गया है। कक्षा छठवीं में जहां पूर्व में 6 विषय थे, वहीं अब विद्यार्थियों को 9 पुस्तकों का अध्ययन करना होगा। नई नीति के अंतर्गत बच्चों के सर्वांगीण एवं रोजगारोन्मुख विकास को ध्यान में रखते हुए कौशल विकास, खेल शिक्षा, शारीरिक शिक्षा एवं योग से संबंधित अतिरिक्त पुस्तकों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। साथ ही पाठ्यपुस्तकों का स्वरूप अधिक तर्कसंगत, गतिविधि आधारित एवं व्यावहारिक बनाया गया है। प्रशिक्षण उपरांत शिक्षकों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी एवं लाभकारी बताया। शिक्षकों के अनुसार प्रशिक्षण के माध्यम से नवीन पाठ्यपुस्तकों के अध्यापन में आ रही व्यवहारिक कठिनाइयों का समाधान हुआ है। इस सफल प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन में चेतन चौधरी, मनोज गुप्ता, खगेश्वर साहू सहित सभी मास्टर ट्रेनर्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा।







