23 व 24 सितंबर को दो दिवसीय वृहद साहित्यिक व सांस्कृतिक महोत्सव का रंगारंग समापन
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों ने देर रात तक श्रोताओं को बांधे रखा
साहित्य व संस्कृति हमेशा राजनीति को दिशा देती है ऐसे आयोजनों से समाज में एकता का भाव उत्पन्न होता है – नपाध्यक्ष ऋषि शर्मा
कवर्धा – प्रदेश की प्रतिष्ठित गैर लाभकारी संस्था श्री साईनाथ फाउंडेशन द्वारा दिनांक 23 व 24 सितंबर को संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ शासन और नगर पालिका परिषद कवर्धा के सहयोग से वीर सावरकर भवन, कवर्धा में राष्ट्रस्तरीय दो दिवसीय साहित्यिक व सांस्कृतिक महोत्सव जश्न ए ज़बाँ के चौथे संस्करण का वृहद आयोजन अपने पूरे उफान के साथ संपन्न हुआ. कवर्धा में आयोजित अपनी तरह के इस पहले अनूठे संस्थागत महोत्सव के अंतर्गत दो दिनों में दस सत्रों में विभिन्न साहित्यिक, सांगीतिक, कलात्मक व रचनात्मक प्रस्तुतियां दी गई. प्रदेश स्तरीय कलमकार की खोज के ग्रैंड फिनाले में वरिष्ठ वर्ग से कवर्धा के कार्तिक मानिकपुरी प्रथम, दुर्ग के ओमवीर करण द्वितीय व दुर्ग की ही शशि तिवारी तृतीय रहीं, वहीं कनिष्ठ वर्ग से बेमेतरा के पी के कमाल प्रथम, कांकेर के आलोक गुप्ता द्वितीय व तीसरे स्थान पर कवर्धा के ही पुनीत पटेल रहे. इस भव्य महोत्सव के प्रारंभ सत्र में युवा नृत्य साधिका शोर्मिष्ठा घोष द्वारा भरतनाट्यम की नयनाभिराम प्रस्तुति दी गई व उसके बाद मुम्बई से आईं लोकप्रिय युवा सितार वादिका मेघा राउत की सधी हुई, जिनका साथ तबले पर युवा तबला वादिका पूनम सरपे ने दिया. उसके बाद आयोजित प्रथम दिवस के सम्मान समारोह में आमंत्रित अतिथियों नपाध्यक्ष ऋषि शर्मा, जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी, मनरेगा समिति सदस्य कलीम खान, जिला कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार तिवारी व नपा उपाध्यक्ष जमील खान ने कलमकार की खोज के विजेताओं व आमंत्रित कलाकारों को सम्मानित किया, साथ ही समाजहित में उत्कृष्ट कार्य कर रहे चुनिंदा व्यक्तियों व संस्थाओं को कवर्धा जिला गौरव सम्मान प्रदान किया. प्रथम दिवस के अंतिम सत्र में मुख्य आकर्षण के रूप में प्रदेश की अत्यंत लोकप्रिय युवा लोकगायिका स्वर कोकिला आरु साहू की प्रस्तुति ने दर्शकों को देर रात तक झूमने में मजबूर कर दिया. इस महोत्सव के द्वितीय दिवस के कार्यक्रमों में युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से ओपन माइक का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत साहित्य, गायन व नृत्य सहित विविध विधाओं में कथक साधक सचिन कुम्हरे, युवा गायक शिवम सोनी, पतंजलि योग सेवा समिति द्वारा योग की संगीतमय प्रस्तुति के साथ पंद्रह अन्य युवाओं ने कविता व गायन की अपनी प्रस्तुति दी. ओपन माइक सत्र के बाद युवा नृत्य साधिका आँचल पाण्डेय व ज्योतिश्री बोहिदार वैष्णव द्वारा क्रमशः ओडिसी व कथक नृत्य की मनोरम प्रस्तुति दी गई. तीसरे सत्र में प्रदेश की ही युवा स्वर कोकिला श्रद्धा मण्डल ने अपने अद्वितीय गायन से उपस्थित हजारों श्रोताओं का मन मोह लिया. द्वितीय दिवस के सम्मान समारोह अंतर्गत समस्त आमंत्रित कलाकारों, आयोजन में सहयोग करने वाली संस्थाओं व व्यक्तियों सहित कोर कमेटी के सदस्यों का आमंत्रित अतिथियों जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव, पतंजलि किसान सेवा समिति के अध्यक्ष गणेश तिवारी, क्रेडा सदस्य कन्हैया अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष – राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग डॉ. सियाराम साहू, नपाध्यक्ष ऋषि शर्मा व जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी ने किया. दो दिवसीय इस साहित्यिक-सांस्कृतिक महोत्सव का समापन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे, छत्तीसगढ़ी अस्मिता की पहचान बन चुके लोक कवि मीर अली मीर, अलीगढ़ से आईं अंतरराष्ट्रीय शायरा मुमताज़ नसीम, अम्बेडकनगर से आए वीर रस के विख्यात कवि अभय निर्भीक व दुर्ग से आने वाले ओज के युवा कवि मयंक शर्मा ने देर रात तक कवर्धा के साहित्य प्रेमियों को अपनी कविताओं से जोड़े रखा. इस पूरे महोत्सव की परिकल्पना करने वाले फेस्टिवल डायरेक्टर आशीष राज सिंघानिया, संस्करण 4 के फेस्टिवल कोऑर्डिनेटर वेदांत शर्मा व अभिषेक पांडे ने नगर व क्षेत्रवासियों सहित, संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन, नगर पालिका परिषद कवर्धा एवं समस्त सहयोगी संस्था व व्यक्तियों के प्रति ऐसे ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने हेतु आभार व्यक्त किया व भविष्य में पुनः इसे और भव्य रूप में आयोजित करने के संकल्प को प्रदर्शित किया. इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में मैदानी स्तर पर कोर कमेटी के प्रेमिश शर्मा, कैलाश चंद्रवंशी, वीरेंद्र चंद्रवंशी, पारसमणि शर्मा, शिवचरण ठाकुर, खिलेश बंजारे, रौशन चंद्रवंशी, योगेंद्र चंद्रवंशी, हर्षराज हर्ष, भावेश देशमुख, रिकी बिंदास, सुनंदा शर्मा, शिवम सोनी, डिकेश्वर साहू, शिवम सिंह, कुणाल पांडेय आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही.