Friday, July 26

मैं छत्तीसगढिय़ा किसान,ये डॉ रमन को बर्दाश्त नहींÓ: चूहा, बिल्ली वाले बयान पर किया पलटवार,महाराष्ट्र जाने से पहले बोले- सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी

रायपुर। प्रदेश में चूहे-बिल्ली के नामें पर सियासी बवाल मचा हुआ है। अब डॉ रमन सिंह के दिए बयान पर खुद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। दरअसल शुक्रवार को ष्टरू बघेल महाराष्ट्र में आयोजित भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने डॉ रमन सिंह के चूहे वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी। भूपेश बघेल ने कहा- मैं छत्तीसगढिय़ा किसान हूं। डॉ रमन सिंह को छत्तीसगढिय़ा किसान बर्दाश्त नहीं हो रहा। मुझे कभी चूहा, कभी बिल्ली तो कभी कुत्ता बोल रहे हैं। इस तरह के विशेषणों से विभूषित करना उनकी सामंती सोच को दिखाता है। डॉ रमन सामंती प्रवृत्ति के हैं। ये सारा विवाद भानूप्रतापपुर में हुई भाजपा की एक आम सभा से जुड़ा है। डॉ रमन ने छत्तीसगढ़ी में किस्सा सुनाया- इसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरह है…एक साधु की कुटिया के पास एक चूहा रहता था। एक दिन वह बाहर घूम रहा था कि एक बिल्ली उसे खाने के लिए आई। वह भागकर साधु के पास गया और बोला कि ये बिल्ली मुझे रोज खाने की कोशिश करती है, मुझे बिल्ली बना दो। साधु ने गंगाजल छिड़का, चूहा, बिल्ली बन गया। अब वो कुटिया से निकला तो कुछ कुत्ते पीछे पड़ गए। वो भागकर फिर साधु के पास पहुंचा और बोला मुझे कुत्ते डराते हैं, अब मुझे कुत्ता बना दो। साधु ने फिर गंगाजल छिड़का और चूहा अब कुत्ता बन गया। कुत्ता बनने के बाद वो जंगल घूमने गया, वहां शेर ने उसको दौड़ाया। चूहा फिर साधु के पास पहुंचा और बोला मुझे शेर बना दो तो कोई मुझे नहीं डराएगा। साधु ने उसको शेर बना दिया, अब शेर बनते ही चूहा बोला, मुझे भूख लगी है…मैं तुमको खा जाउंगा। डॉक्टर रमन ने जनता से कहा कि ऐसे ही आप लोगों ने वोट देकर चूहे को शेर बना दिया है, अब फिर मौका है कि आप वोट का गंगाजल छिड़को और चूहे को फिर चूहा बना दो। उन्होंने यहां के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के लिए वोट देने की अपील भी की। भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी ने सावरकर पर बयान दिया। इसके पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी या भगत सिंह ने कभी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी। सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी। ‘Óआजादी की लड़ाई के दौरान कई लोग जेल गए। किसी ने माफी नहीं मांगी। सावरकर का जीवन दो भागों में देखा जाना चाहिए। जेल जाने से पहले वो क्रांतिकारी गतिविधियों में रहे मगर जेल जाने के बाद वो बदल गए। अंग्रेजों के साथ खड़े नजर आए। इसलिए उनके इतिहास को दो तरह से देखना होगा। कांग्रेस ने पूर्व ष्टरू डॉ रमन पर एक वीडियो के जरिए सियासी वार किया था। प्रदेश में पिछले 4 सालों में हुए हर उपचुनाव में भाजपा हारी है। मगर हर चुनाव के पहले डॉ रमन सिंह ने चुनाव में जीत का दावा किया था। कांग्रेस ने उन दावों का वीडियो जारी किया है। हर जीत के दावे वाले वीडियो के बाद एक वो वीडियो भी प्ले किया जा रहा है, जिसमें हार के बाद उन्होंने जिम्मेदारी लेने, कांग्रेस को बधाई देने की बातें कहीं।

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