Sunday, September 8

स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण निर्वाचन संपन्न कराने में पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी – कलेक्टर

संगवारी मतदान केन्द्र के लिए महिला अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
 
सभी अधिकारियों ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन की गतिविधियों को स्वयं संचालित कर लिया अनुभव
 
कलेक्टर ने वेडनर मेमोरियल अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में आयोजित पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी-1 के प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया निरीक्षण
 

महासमुंद 19 अक्टूबर 2023/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रभात मलिक ने आज वेडनर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल महासमुंद में विधानसभा निर्वाचन 2023 के सुगम संचालन के लिए प्रथम चरण अंतर्गत चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। जिले के सभी विकासखंडों में पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 को सुचारू और शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही संगवारी मतदान केन्द्रों के लिए नियुक्त महिला पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कलेक्टर प्रभात मलिक ने प्रशिक्षण के दौरान कहा कि मतदान दल में निर्वाचन कार्य संपन्न कराने नियुक्त पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी-1 गंभीरतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण निर्वाचन के लिए यह जरूरी है कि सभी अधिकारी प्रशिक्षण के दौरान बताई गई बातों को ध्यानपूर्वक सुनें एवं अमल में लाएं। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को ईवीएम और वीवीपैट, बैलेट यूनिट मशीन की गतिविधियों को स्वयं संचालित कर देखने कहा। उन्होंने मास्टर ट्रेनर को कहा कि मतदान कराने में होने वाली समस्याओं एवं उनके समाधान के संबंध में अच्छे से जानकारी दें।
कलेक्टर श्री मलिक ने सभी अधिकारियों को निर्वाचन कार्य में उत्साहपूर्वक भाग लेने कहा। उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 की नियुक्ति संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए मतदान केन्द्र पर की गई व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ वहां पर नियुक्त कर्मचारियों की निष्पक्षता, सजगता और कार्यकुशलता पर निर्भर करता है। इसके लिए मतदान केन्द्र के प्रमुख अधिकारी के रूप में पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 को मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया का पूरा ज्ञान होना चाहिए, ताकि वह सहयोगी कर्मचारियों को मार्गदर्शन देने के साथ-साथ कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में आत्मविश्वास के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्र में सारी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 की होती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान किसी प्रकार की आशंका होती है तो उसे जरूर प्रश्न करें उसका समाधान किया जाएगा।
कलेक्टर ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला अधिकारियों से कहा कि संगवारी मतदान प्रक्रिया में महिलाओं की सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए संगवारी मतदान केंद्र तैयार किए गए हैं। संगवारी मतदान केन्द्र पर सुरक्षा से लेकर मतदान कराने तक की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी गई है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि हर महिला को वोट देने का सुखद अनुभव हो। ये उन्हें मतदान केंद्र तक लेकर आने की एक अच्छी पहल है, ताकि निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी हो सके और मतदान के प्रति महिलाओं का उत्साह बढ़े। जिले में 08 संगवारी मतदान केन्द्र स्थापित किए गए है।
उल्लेखनीय है कि जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत मतदान दलों के पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी-1 का प्रथम चरण प्रशिक्षण जिले के सभी विकासखंडों में दिया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 17, 18 अक्टूबर को बसना और सरायपाली तथा आज 19 अक्टूबर को पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी-1 को प्रशिक्षण दिया गया। मतदान दलों का प्रथम चरण प्रशिक्षण अंतर्गत महासमुंद विकासखण्ड में वेडनर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल महासमुंद में कुल 433 पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी-1, 58 संगवारी मतदान दल और 24 सेक्टर अधिकारी को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस अवसर पर रिटर्निंग अधिकारी महासमुंद श्री उमेश साहू, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती मिषा कोसले, तहसीलदार श्री चंद्रशेखर मंडई, प्रशिक्षण प्रभारी श्री एम.के. सिन्हा, मास्टर ट्रेनर श्री तोषण गिरी गोस्वामी सहित निर्वाचन से संबंधित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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