“सुशासन पर अमल से दक्षिण में खिला कमल”

 छत्तीसगढ़ के राजनीतिक परिदृश्य में हाल ही में हुए चुनाव परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि यह भरोसे और सुशासन की जीत है। राजधानी रायपुर का दक्षिण विधान सभा क्षेत्र की जीत को साय सरकार की नीतियों पर जनता का मुहर माना जा सकता है, इस जीत ने जनता के मूड और जनादेश को भी स्पष्ट कर दिया है। भाजपा के उम्मीदवार पर अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कांग्रेस को करारी शिकस्त दी।
रायपुर दक्षिण विधानसभा से पूरे प्रदेश की जनता का रूख निर्धारित होता है, इस लिए यह चुनाव पूरे राज्य को प्रभावित करता है। लगातार 9 बार यहां भाजपा ने परचम लहराया है। रायपुर राजधानी होने के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग यहां रहते हैं और यहां बनने वाली चुनावी फिजा पूरे राज्य को प्रभावित करती है। दक्षिण के मतदाताओं का निर्णय पूरे छत्तीसगढ़ की राजनीतिक दिशा का संकेत माना जा सकता है।

दर असल यह भरोसा और विश्वास पिछले 11 माह के दौरान साय सरकार के द्वारा मोदी की गारंटी में किए गए वादे को पूरा करने का प्रतिफल नजर आ रहा है। मोदी की गारटी में राज्य की 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक-एक हजार रूपए की राशि उनके बैंक खातों में दी जा रही है। इससे महिलाओं में स्वालंबन की भावना जगी है।

साय सरकार ने किसानों से धान का दो साल का बकाया बोनस और 31 सौ रूपए में धान खरीदी का वादा भी पूरा किया है। कृषक उन्नति योजना में समर्थन मूल्य और राज्य सरकार द्वारा घोषित किए गए उपार्जन मूल्य की अंतर की राशि का एकमुश्त भुगतान राज्य लोक सेवा आयोग की भर्तियों में भ्रष्टाचार की जांच का काम भी सीबीआई सौपने, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर दिलाने जैसे काम से जनता में भरोसा जगाने में कामयाबी हासित की।

राजधानी के दक्षिण विधानसभा में हुए इस उप चनाव को देखें तो कांग्रेस ने शुरुआत से ही हार स्वीकार कर ली थी, क्योंकि उसके पास न तो ठोस मुद्दे थे और न ही विश्वसनीयता। इसका प्रमाण कांग्रेस की ओर से मौलाना के चुंबन जैसे हथकंडे और एडिटेड वीडियो जारी करने की घटनाओं में देखा गया। यह दिखाता है कि कांग्रेस के पास चुनाव जीतने का कोई ठोस एजेंडा नहीं था। इसके विपरीत, भाजपा के नेतृत्व में विष्णुदेव साय जी की सरकार ने अपने सुशासन के कारण कांग्रेस को कोई ऐसा मुद्दा ही नहीं दिया, जिसे लेकर वह जनता के बीच जा सके।

भाजपा ने बहुत पेशेवर अंदाज में एकजुट होकर लड़ाई लड़ी और इसका श्रेय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के साफ-सुथरे और प्रभावी नेतृत्व को जाता है। उनके शानदार और बेदाग व्यक्तित्व ने पार्टी को मजबूत आधार प्रदान किया। इसके विपरीत, भूपेश बघेल सरकार की वादाखिलाफी और खराब छवि ने कांग्रेस की संभावनाओं को पूरी तरह खत्म कर दिया।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में भाजपा का रोड शो जिस तरह सफल रहा, उससे स्पष्ट हो गया था कि इस बार जनता का झुकाव भाजपा की ओर है। यहां तक कि कांग्रेस के परंपरागत वोटर भी चाहते थे कि भाजपा जीतकर क्षेत्र का विकास करे और सुशासन लाए। भाजपा को महापौर के वार्ड से भी जीत मिली, जो अपने आप में एक करिश्मा है। यह न केवल मौजूदा स्थिति को दर्शाता है, बल्कि आगामी निकाय चुनाव के परिणामों की भी झलक देता है। महापौर का प्रचार तक न कर पाना कांग्रेस की डर और असमंजस भरी स्थिति को उजागर करता है।

यह परिणाम न केवल भाजपा की जीत है, बल्कि यह जनता के भरोसे और विकास के प्रति उनके समर्पण का प्रमाण भी है। यह साबित करता है कि जब एक सक्षम और ईमानदार नेतृत्व जनता के सामने होता है, तो वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोई कोताही नहीं करती। आने वाले समय में यह जनादेश छत्तीसगढ़ की राजनीति और विकास को नई दिशा देगा।
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