*पूर्व विधानसभाध्यक्ष कौशिक ने धरनारत परिजनों का किया समर्थन*
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार दिवंगत शिक्षक (पंचायत/नगरीय निकाय) के परिजनों की व्यथा पर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में अमूमन लगभग सभी वर्गो के साथ कांग्रेस सरकार की उपेक्षा व नज़रअंदाज़ करने की स्थिति बनी हुई हैं। कांग्रेस सरकार द्वारा दिवंगत शिक्षक (पंचायत/नगरीय निकाय) के परिजनों की अनुकंपा नियुक्त की जायज मांगों को पूरा नहीं जा रहा है और इन्हें नजरअंदाज किया जा रहा हैं। जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा अनुसार दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ती के लिए पात्रता का प्रशिक्षण कर सुझाव एवं सेवा शर्ते निर्धारित करने तीन सदस्य की समिति का गठन किया गया था। जिसकी रिपोर्ट 3 माह के भीतर प्रस्तुत की जानी थी परंतु 16 माह पश्चात भी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। इस प्रकार अनुकंपा नियुक्ति हेतु दिवंगत शिक्षक की विधवा एवं उनके परिजन के साथ प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार द्वारा अन्याय करते हुए उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। अनुकंपा नियुक्त शिक्षाकर्मी कल्याण संघ द्वारा 20 अक्टूबर 2022 से लगातार अपनी जायज मांगों के लिए बूढ़ा तालाब धरना स्थल रायपुर में धरना प्रदर्शन जारी रखें हुए हैं जिसका पूर्व विधानसभाध्यक्ष कौशिक द्वारा धरना स्थल पहुंचकर उनकी जायजां मांगों का समर्थन किया गया और विधानसभा में भी इनकी मांगों को उठाया जाने हेतु आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि साथ ही प्रदेश सरकार को आगाह किया कि विधानसभा 2023 में इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार है।