![](https://imnb.org/wp-content/uploads/2023/09/स्वामी-आत्मानंद-महाविद्यालय-में-अंतर्राष्ट्रीय-पोषक-अनाज-वर्ष-का-कार्यक्रम-आयोजन.jpeg)
कांकेर। स्वामी आत्मानंद शास. अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय कांकेर के आईक्यूएसी एवं रासेयो प्रभारी द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सरला आत्राम के मार्गदर्शन में मोटे अनाज की उपयोगिता एवं हिन्दी भाषा दिवस पर सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। आयोजित सेमीनार में मुख्य वक्ता डॉ. जीवन सलाम सह प्राध्यापक, कृषि महाविद्यालय कांकेर ने मोटे अनाज के प्रकार फायदे एवं वर्तमान परिवेश में उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डॉ. सलाम ने बस्तर संभाग में उगाए जाने वाले मोटे अनाज (रागी, कोदो, कुटकी) के विकसित किस्में पर चर्चा करते हुए, उसके पोषक तत्वों, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम एवं मधुमेह और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के नियंत्रण में इसके सेवन को लाभकारी बताया। कार्यक्रम के इसी कडी में डॉ. आभा श्रीवास्तव, हिन्दी विभाग ने हिन्दी दिवस पर हिन्दी भाषा के महत्व और इसकी समृध्द विरासत के बारें जागरूक करने पर बात कही। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि हिन्दी भाषा के द्वारा अपनी भावनाओं एवं विचारों का सटीक आदान प्रदान किया जा सकता है। प्राचार्य, डॉ. सरला आत्राम ने इस अवसर पर कहा कि मिलेट में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है उनके सेवन अनेक बीमारियो से निजात मिलता है। पहले इनकी खेती होती थी लेकिन अब विलुप्त होने के कगार पर है, इनको संरक्षित करने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए। डॉ. आत्राम ने मातृभाषा हिन्दी के महत्वता एवं उपयोगिता के बारे में विद्याथियों को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रियंका जायसवाल सहा प्राध्यापक के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. अशोक कुमार भारती, खिलेश्वर कोसमा, प्रियंका गवर्ना, दिनेश वर्मा, चित्रसेन राय, सत्यप्रिया जैन सहित अतिथि व्याख्याता एवं महाविद्यालीन स्टॉप एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें।