उद्योगों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से लाखो लीटर पानी की हो रही बचत
धमतरी । जल जगार महोत्सव में औद्योगिक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इसमें एनएमडीसी, जिंदल स्टील पावर प्लांट, हिंडाल्को, भिलाई स्टील प्लांट, एनटीपीसी एवं शारडा एनर्जी औद्योगिक संस्थानों ने अपने स्टाल लगाए गए थे। औद्योगिक संस्थान अपने स्टाल के माध्यम से लोगों को जल जागरुकता के संबंध में जानकारी दिए। बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर औद्योगिक स्टालों का अवलोकन किया तथा जल प्रबंधन में संस्थानों का योगदान, उत्पाद निर्माण सहित विभिन्न प्रकार की जानकारियां लिए। एनएमडीसी प्लांट के स्टॉल में संस्थान द्वारा स्थापित लौह अयस्क खदान एवं अयस्कों के उत्खनन के बारे में जानकारी दी गई। एनटीपीसी प्लांट में विद्युत ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया और विद्युत निर्माण के बाद कोयले से उत्पादित राख के उपयोग कर बारे में बताया गया। साथ ही फ्लाई ऐश के सदुपयोग के लिए ब्रिक्स, पोल सहित विभिन्न उपयोगी वस्तुओं के निर्माण के बारे में बताया गया। लोग उत्सुकता के साथ स्टालों में जानकारी प्राप्त किए।
जिंदल प्लांट द्वारा 55 लाख लीटर पानी का किया जा रहा बचतः
औद्योगिक संस्थानों के प्रदर्शनी में जिंदल स्टील प्लांट द्वारा भी स्टॉल लगाया गया। इसमें संस्थान द्वारा स्टील उत्पादन के साथ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से जल संरक्षण एवं बचाव की भी जानकारी दी गई। रायगढ़ स्थित प्लांट में कार्यरत स्टाफ के कॉलोनी से निकले सीवरेज जल के उपचार के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है। इसके माध्यम से 55 लाख लीटर पानी को उपचारित करने की क्षमता विकसित की गई है। इस उपचारित पानी का उपयोग उद्यानों में पेड़ पौधों को सिंचित करने के लिए किया जा रहा है। इस तरह संस्थान द्वारा जल संरक्षण अधिनियम के तहत औद्योगिक संस्थानों में एसटीपी की स्थापना और सामाजिक विकास में भागीदारी का भी दायित्व सुनिश्चित कर रहा है। इसके अलावा भिलाई स्टील प्लांट द्वारा भी अपने स्टॉल में फ्लोटिंग पावर प्लांट का मॉडल लगाकर जल में तैरते हुए ऊर्जा उत्पादन यूनिट को दिखाया गया। साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से जल बचाव में भागीदारी की भी जानकारी दी गई है। इसी प्रकार शारदा कंपनी के स्टाल में ऊर्जा उत्पादन के बारे में जानकारी दी गई।