अपर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों की उपचार व्यवस्था एक अति आवश्यक सेवा में से एक है, इसलिए विभिन्न बीमारियों की खून संबंधी वे सभी जाँच जो वर्तमान में रीएजेंट्स की कमी के कारण नहीं हो पा रहे हैं, उनके लिए आदर्श आचार संहिता के मद्देनज़र छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियम को ध्यान में रखते हुए सीजीएमएससी के साथ समन्वय स्थापित कर अतिशीघ्र व्यवस्था बनाई जाए। उन्होंने एक शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से दूसरे शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में अति आवश्यक कन्स्यूमेबल एवं रीएजेंट्स के लिए इंटर मेडिकल कॉलेज ट्रांसफर (अंतर चिकित्सा महाविद्यालयीन स्थानांतरण) व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान डी के एस अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिप्रा शर्मा, उप अधीक्षक डॉ. हेमंत शर्मा, चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद नेरल, डॉ. देवप्रिय रथ, प्रशासनिक अधिकारी रंजना ध्रुव, लेखा अधिकारी ऋतु कौशिक, डॉ. दिवाकर धुरंधर तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।