
गांव में माइकिंग, पोस्टर, ग्राम सभा एवं मोहल्ला बैठकों के माध्यम से व्यापक चलाया गया जनजागरूकता अभियान
कचरे के सुरक्षित निपटान के लिए निर्धारित स्थल का किया गया निर्माण एवं उपयोग
गांव का स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनने से पंचायत पर ग्रामीणों का बढ़ा विश्वास
जनपद पंचायत तमनार अंतर्गत ग्राम पंचायत टांगरघाट में स्वच्छता के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय और प्रेरणादायक परिवर्तन देखने को मिला है। लंबे समय तक गांव में कचरा निस्तारण की कोई सुव्यवस्थित व्यवस्था नहीं होने के कारण ग्रामीण घरों का कचरा खुले स्थानों, सड़कों के किनारे और नालियों में फेंक देते थे। इससे गांव का वातावरण प्रदूषित रहता था, दुर्गंध फैलती थी, मच्छरों की संख्या बढ़ रही थी और जलभराव जैसी समस्याएं आम थीं, जो स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बन रही थीं। इन परिस्थितियों को देखते हुए ग्राम पंचायत टांगरघाट ने स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था प्रारंभ की। इस पहल में महिला स्व-सहायता समूह सुख शान्ति वैभव लक्ष्मी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। समूह की सक्रिय सदस्य सुशीला चौहान एवं साथी रथकुंवर द्वारा ग्रामीण परिवारों को गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग रखने के लिए लगातार प्रेरित किया गया। साथ ही सफाई मित्रों को आवश्यक प्रशिक्षण देकर नियमित रूप से कचरा उठाव सुनिश्चित किया गया।
गांव में माइकिंग, पोस्टर, ग्राम सभा एवं मोहल्ला बैठकों के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया गया। कचरे के सुरक्षित निपटान के लिए निर्धारित स्थल का निर्माण एवं उपयोग किया गया, जिससे कचरा प्रबंधन व्यवस्थित रूप से होने लगा। तरल अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत ग्राम की गलियों में नालियों का निर्माण कराया गया तथा गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था की गई। ग्राम पंचायत के सभी सामुदायिक हैंडपंपों एवं नलों में सामुदायिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर सोकपीट का निर्माण किया गया, जिससे जलभराव की समस्या में उल्लेखनीय कमी आई। स्वच्छता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नारा लेखन, दीवार लेखन एवं प्रचार-प्रसार किया गया। इन सतत प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि आज ग्राम पंचायत टांगरघाट की सड़कों, गलियों और मोहल्लों में साफ-सफाई स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगी है। मच्छरजनित बीमारियों का खतरा कम हुआ है, गांव का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ बना है तथा पंचायत पर ग्रामीणों का विश्वास और सहभागिता बढ़ी है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया भी अत्यंत सकारात्मक रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले गांव में हर जगह कचरा फैला रहता था, लेकिन अब रोज घर से कचरा उठाए जाने से पूरा माहौल साफ और सुहावना हो गया है। स्वच्छता से जुड़ी इस व्यवस्था ने गांव की पहचान बदल दी है और टांगरघाट अब एक स्वच्छ, सुंदर और आकर्षक ग्राम के रूप में उभर रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर स्वच्छाग्राही दीदियों को शिविर कार्यक्रमों में सम्मानित किया जाता है तथा समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाता है। इससे स्वच्छता कार्य से जुड़े लोगों का उत्साह बढ़ा है और ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है। ग्राम पंचायत के सरपंच तीरथ प्रसाद राठिया, सचिव श्री प्रभात कुमार मिश्रा एवं समस्त ग्रामवासियों द्वारा ग्राम सभा में स्वच्छता से संबंधित प्रस्ताव पारित कर गांव को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया गया है। आज ग्राम पंचायत टांगरघाट की यह पहल न केवल स्वच्छता, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण का उदाहरण बन चुकी है, बल्कि यह दर्शाती है कि जब पंचायत, स्व सहायता समूह और ग्रामीण मिलकर कार्य करते हैं, तो सतत विकास और स्वच्छ ग्राम का सपना साकार किया जा सकता है।







