छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि स्वदेशी का प्रतीक स्वावलंबन है और स्वावलंबन का प्रतीक स्वभिमान। प्राचीन समय में उद्यमिता के कारण देश समृद्ध और स्वावलंबी थे, अब हजारों वर्षों के गुलामी के बाद लोगों का स्वभिमान जागा है और लोग पुनः स्वदेशी मेले के जरिए स्वावलंबन की संकल्पना को सकार करने लगे हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आव्हान है कि देश को समृद्ध और स्वावलंबी बनाएं। उप मुख्यमंत्री श्री साव आज शाम राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित सप्ताहिक स्वदेशी मेला के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि 21वीं सदी में लोगों का स्वभिमान जागा है और स्वदेशी उद्यमिता के माध्यम से देश को समृद्ध करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में भारत देश विश्व की 5वां अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आया है। आगामी कुछ वर्षों बाद भारत देश विश्व में तीसरी अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आएगी। उन्होंने स्वदेशी मेला में शामिल होने आए देशभर के उद्यमियों का स्वागत किया। कि अयोध्या में प्रभु श्री रामलला जी विराजमान हो गए हैं। रामलला का संस्कार ही स्वदेशी है, प्राचीन समय में शहरों की सुविधा गांवों में थी अब गांवों की सुविधा शहरों में आ गई है और लोग गांवों से शहरों की ओर अग्रसर होने लगे हैं। मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत देश रक्षा क्षेत्रों में भी स्वदेशी को अपना लिया है यह गर्व की बात है। लोग धीरे-धीरे स्वदेशी टूथब्रश से लेकर घरेलू उपयोग की वस्तु और रोजमर्रा की चीजें भी अपनाने लगे हैं। निश्चित ही इससे हम देश को विकसित और समृद्ध भारत बना सकते हैं।
कार्यक्रम को स्वदेशी जागरण मंच के सह-संगठन श्री सतीश कुमार ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वदेशी मेला प्रमुख श्री सचिन वरियार सहित संयोजक श्री अमर बंसल, श्री रामनारायण व्यास, श्रीमती शीला शर्मा, श्री अमरजीत छाबड़ा सहित मेला समिति के सदस्य और आमजन उपस्थित थे।
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