Wednesday, October 16

Tag: ऐतबार के हादसों में मर गए ।

वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर शर्मा की बात बेबाक..मैंने जिंदगी से,किसी को नही निकाला , लोग मेरे , ऐतबार के हादसों में मर गए ।
कवर्धा, खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, दुर्ग, लेख-आलेख

वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर शर्मा की बात बेबाक..मैंने जिंदगी से,किसी को नही निकाला , लोग मेरे , ऐतबार के हादसों में मर गए ।

हर घर तिरंगा भाजपाई आह्वाहन के बीच स्वतंत्रता दिवस अपनी पूरी शानोशौकत से मनाया गया । शान से लहराते तिरंगे के नीचे समोसा , आलुगुण्डा व लड्ड़ू के रसास्वादन के बीच आपदा में अवसर के जुगाड़ के गुणाभाग में मगन अफसरान , नेता , व्ही व्ही आई पी व नवांकुरित नेताओ के कुर्तों की चमक और कलफ देखते बनती है क्या मजाल की एक सलवट दिख जाय कपड़ो पर । आजादी के जश्न के बीच एक नेता जी और उनके चमचों व भक्त को शिकायत है ऐसी कैसी आज़ादी कि आजादी के जश्न के दिन दारु भी नही मिलेगी । मैंने उसे प्यार से समझाया नेता जी आजादी की तैयारी भी एक दिन पहले की गयी थी और तुम दारू की नही कर सकते । वसुलिखोर बनाती नेतागिरी के बीच दलबदलने में माहिर सिंग साब की सेवा काहे नाही लेते । नवांकुरित नेता जी से छूटने के बाद हाथ मे मोबाईल आंखों में गागल और कार की छत खोल कर झंडा हाथ मे लिए रफ्तार के शौकीन जोशीले युवाओ से भगत सिंह, सुखदेव, राजगुर...