*मदमस्त दरबारी, पर्यटक राजा : धूमधड़ाके से बजा रहे, संविधान का बाजा*

इधर आरिफ मृदंग बजा रहे हैं, उधर रिरिजु सुप्रीम कोर्ट को तुरही सुना रहे हैं। सबके सब लोकतंत्र की छाती पर पाँव रखे संविधान का बाजा बजा रहे हैं। उधर…