जब लड़खड़ाती आवाज़ में जवान नरेंद्र ने बयां की शौर्य की दास्तान, सुनकर भावुक हुए मुख्यमंत्री, दी एक लाख रुपये की त्वरित आर्थिक सहायता

*राजौरी-पुंछ में 2017 में आतंकवादियों से मुठभेड़ में जवान नरेंद्र को सिर पर लगी थी गोली,लगभग छह महीने तक कोमा में रहे, अब भी शरीर में हैं बारूद के कण*…