
एजेंसी। इजरायल और ईरान के बीच लगातार हमलों ने न सिर्फ दोनों देशों की जमीनी और हवाई सुरक्षा को हिला दिया है, बल्कि दुनियाभर के देशों की बेचैनी बढ़ा दी है. हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि यरुशलम स्थित अमेरिकी दूतावास ने बुधवार से शुक्रवार तक बंद रहने की घोषणा कर दी है. साथ ही अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों को घरों में ही रहने का निर्देश दिया गया है. अमेरिकी दूतावास की ओर से साफ किया गया है कि फिलहाल अमेरिकी नागरिकों को निकालने की कोई योजना नहीं है. वहीं, इस बीच इजरायली वायुसेना ने ईरान की राजधानी तेहरान में एक और बड़ा हमला किया है, जिसमें खत्म-अल-अंबिया स्पेशल फोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ अली शादमानी मारे गए हैं. अली को ईरानी सेना के सबसे वरिष्ठ और रणनीतिक सैन्य नेताओं में गिना जाता था. दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर अहम बातचीत हुई है, हालांकि इसकी आधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई. ट्रंप ने ईरान से ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ की मांग करते हुए चेतावनी दी है. इसी बीच, इजरायली सेना ने तेहरान के डिस्ट्रिक्ट 18 के लोगों को तत्काल क्षेत्र खाली करने को कहा है, क्योंकि वहां सैन्य ठिकानों पर बड़े हमले की योजना है. इन सबके बीच, चेक गणराज्य और स्लोवाकिया ने संकट के इस दौर में तेजी दिखाते हुए अपने 181 नागरिकों को सरकारी विमानों के जरिए सुरक्षित बाहर निकाल लिया है.