
12 दिसम्बर इतिहास में हो जाएगी अंकित जब मुख्यमंत्री , विधानसभा अध्यक्ष व स्वास्थ्य मंत्री के हाथों रखी जायेगी मेडिकल कालेज की आधार शिला
जिला कबीरधाम में स्वास्थ्य सेवाओं का हुआ है ऐतिहासिक विस्तार
कवर्धा :- जिला कबीरधाम में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में वर्ष 2023 से 2025 तक अभूतपूर्व विकास देखने को मिला है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशन व मार्गदर्शन एवं सतत प्रयासों से जिले में न सिर्फ़ नए अस्पताल और भवनों की स्थापना हुई है, बल्कि आधुनिक उपकरण, विशेषज्ञ चिकित्सक व स्टाफ, आधुनिक एम्बुलेंस सेवाएँ और सशक्त स्वास्थ्य सेवाओं में भी उत्तरोत्तर प्रगति हो रही है ।
कवर्धा की दूरी रायपुर , बिलासपुर , दुर्ग व राजनांदगांव जैसे शहरों से लगभग 120 किमी दूर होने के कारण दशकों से जिले में मेडिकल कालेज की मांग लगातार किया जा रहा था । हांलाकि निजी स्वास्थ्य सेवाओं के साथ साथ सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के प्रयास भाजपा सरकार के आने के बाद से तेजी से बढ़ी है । जिला मुख्यालय कवर्धा में मेडिकल कालेज की सौगात जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मिल का पत्थर साबित होगा । लोगो को अब इलाज के लिए घर से 100 से 150 किमी भटकना नई पड़ेगा जिसका श्रेय उपमुख्यमंत्री विजयशर्मा को जाता है ।
विजय के प्रयासों से स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में वर्ष 2023 से अब तक जिले को मिली सौगातों में प्रमुख रूप से
मुख्य उपलब्धियाँ में मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य को लेकर बड़ी सौगात 13 सितंबर 2024 को मिली जिसमे जिले में 50 बिस्तरीय मातृत्व एवं शिशु अस्पताल हेतु 40 पदों की स्वीकृति मिली है । अधोसंरचना में बड़े निवेश के लिए 20 जनवरी 2025 जिला अस्पताल में 16.63 करोड़ रुपये की लागत से CCHB (Critical Care Hospital Block) का निर्माण कार्य कार्य प्रगतिरत है वहीं 25 जुलाई 2025 जिला मुख्यालय को 449.99 लाख रुपये की लागत से सीटी स्कैन मशीन मिली जिससे अब तक 1000 से अधिक लोगो को लाभ मिला है । साथ ही साथ जिला अस्पताल के OT एवं हमर लैब में Online UPS Power Backup इंस्टॉलेशन हुआ ।
बीमारियों की पहचान और इलाज को लेकर आधुनिक लैब एवं डायग्नोस्टिक सुविधाएँ की आवश्यकता को पूरी करने उप मुख्यमंत्री के विशेष प्रयास से 25 फरवरी 2024 – 92.87 लाख की लागत से हमर लैब (IPHL) का शुभारंभ किया गया । इसी तरह 24 सितंबर 2025 को CHC बोड़ला में 15 लाख की लागत से सोनोग्राफी मशीन की लगाई गई ।
मानव संसाधन का सुदृढ़ीकरण के लिए स्टाफ नर्स की कमी को पूरा करने जिला खनिज न्यास मद से 14 स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई ।
अस्पतालों की क्षमता में ऐतिहासिक वृद्धि करने की दृष्टि से
16 जुलाई 2025 को जिला चिकित्सालय की क्षमता 100 बिस्तर से बढ़ाकर 220 बिस्तर, साथ में 258 पदों की स्वीकृति दिलाई गई । एम्बुलेंस सेवाओं का विस्तार के लिए
PHC रेंगाखार को CHC पिपरिया को 27 लाख की लागत से एम्बुलेंस मिली । इसी तरह भवन निर्माण व आधारभूत संरचना के लिए 24 सितंबर 2025 को CHC बोड़ला हेतु 2 F-Type क्वार्टर हेतु 84 लाख रुपये 2 G-Type क्वार्टर के 31 लाख रुपये , CHC पिपरिया में 25 करोड़ की लागत से नवीन भवन , CHC तरेगांव में 2.5 करोड़ की लागत से नवीन भवन स्वीकृत किया गया ।
ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन के तहत
उपस्वास्थ्य केन्द्र राजानवागांव व तरेगांव को PHC में के रूप में उन्नत। ब्लॉक मुख्यालय में पब्लिक हेल्थ यूनिट की स्थापना 02 नवंबर 2025 को CHC पिपरिया में 50 लाख व CHC स. लोहारा में 50 लाख की लागत से यूनिट का निर्माण ।
मेडिकल कॉलेज की सौगात—जिले के लिए मील का पत्थर कबीरधाम में 300 करोड़ से अधिक की राशि की लागत से मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति।यह जिले में स्वास्थ्य शिक्षा, विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता और उन्नत चिकित्सा का आधार बनेगा जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ विष्णुदेव साय , विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह , स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायशवाल , जिले के प्रभारी मंत्री लखन लाल देवांगन के हाथों होना है ।
जनहित में स्वास्थ्य कैम्पों का विस्तार वनांचल व दूरस्थ क्षेत्रों में निरंतर स्वास्थ्य एवं सोनोग्राफी कैंप में लगभग 1000 से अधिक गर्भवती महिलाएँ की सोनोग्राफी से जांच व जिला अस्पताल में BALCO के सहयोग से हर माह निःशुल्क कैंसर स्क्रीनिंग कैंप के जरिये 155 मरीजों की जाँच पूरी कर उचित इलाज व मार्गदर्शन की व्यवस्था की गई
उपमुख्यमंत्री की सक्रियता व लगातार स्वीकृतियाँ, नए प्रोजेक्ट, आधुनिक उपकरण, स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन और मेडिकल कॉलेज की सौगात—यह सब दर्शाता है कि उपमुख्यमंत्री की प्राथमिकता में स्वास्थ्य सेवा सर्वोपरि है।कबीरधाम जिले की स्वास्थ्य सुविधाएँ अब पहले से कहीं अधिक सक्षम, आधुनिक और जनसुलभ बन चुकी हैं। मेडिकल कालेज जिले के विकास की गाथा और मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मिल का पत्थर साबित होगा ।








