अम्बिकापुर 04 नवम्बर 2024/ सरगुजा सांसद श्री चिंतामणि महाराज के मुख्य आतिथ्य में सोमवार को प्रधानमंत्री पी. एम. विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत जन शिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन किया गया। पी.एम विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत 18 व्यवसायों के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगारों को सहायता मुहैया कराई जाती है। योजना अंतर्गत 5 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त कर कारीगर या शिल्पकार बैंक से लोन लेकर अपना काम प्रारम्भ कर सकते है। सांसद श्री चिंतामणि ने प्रशिक्षण के समापन अवसर पर मौजूद हितग्राहियों को प्रमाण पत्र सौंपे। उन्होंने सरगुजिहा में लोगों को संबोधित करते हुए योजना के लाभ बताए। साथ ही उन्होंने मौजूद महिलाओं से भी महतारी योजना योजना के लाभार्थियों से फीडबैक भी लिया। सांसद ने प्रशिक्षु हितग्राहियों से सरगुजिहा में सीधा संवाद किया और प्रशिक्षण पर भी फीडबैक लिया, साथ ही उनसे प्रशिक्षण प्राप्त करके बैंक से लोन लेकर रोजगार स्थापित किए जाने पर चर्चा की। इस तरह सरगुजिहा में संवाद कर प्रतिभागी भी काफी उत्साहित हुए। सांसद श्री चिंतामणि ने कहा कि अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए हितग्राहियों को शासन द्वारा प्रशिक्षण और बैंक लोन की सुविधा दी गई है, इसका लाभ उठाएं। इसके साथ ही अपने व्यवसाय की बेहतर मार्केटिंग भी करें, जिससे आपके उत्पाद की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे।
इस अवसर पर निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा श्री एम. सिद्दीकी ने पी. एम. विश्वकर्मा योजना अंतर्गत प्रशिक्षण लेने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से आये हुए प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की। उन्होंने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक लगभग 750 लोगों ने विभिन्न ट्रेडों दर्जी, बास्केट मेकर, ब्रिक मेशन, फर्नीचर निर्माण आदि कार्यों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। पहले चरण में 5 दिन का प्रशिक्षण होगा जिसमें लाभार्थी को रोजाना 500 रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। उसके बाद 15 हजार रुपए की टूलकिट एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रमाणपत्र प्रदाय किया जाता है। विश्वकर्मा योजना के तहत बैंक से 1 लाख रुपए का लोन 5 प्रतिशत ब्याज पर प्रदाय किया जाता है।
इस दौरान महाप्रबंधक उद्योग विभाग श्री अंकुर गुप्ता और लाइवलीहुड कॉलेज के प्राचार्य श्री गिरीश गुप्ता ने भी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुनीता दास द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में सांसद श्री चिंतामणि ने उपस्थित सभी को उल्लास साक्षरता अभियान के तहत साक्षरता की अलख जगाने की शपथ दिलाई। इस प्रशिक्षण में पी. एम. विश्वकर्मा योजना के प्रशिक्षण के 7वें बैच में पारंपरिक टोकरी बनाने वाले 188 प्रतिभागी, बढ़ई में 88, ईंट बनाने वाले 83 कुल 359 प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरण किया गया। इस दौरान जन शिक्षण संस्थान के सभी मास्टर ट्रेनर एवं समस्त स्टॉफ उपस्थित रहे।
सांसद ने प्रतिभागियों से सरगुजिहा में किया सीधा संवाद, प्रशिक्षण पर लिया फीडबैक
योजना में तहत 18 व्यवसायों के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगारों को दिया जाता है प्रशिक्षण, बैंक लोन की भी मिलती है सुविधा