लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक  ने मंत्रियों के लिए बनी आचार संहिता के ‘गंभीर उल्लंघन’ को लेकर अपनी सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के अध्यक्ष नदीम जहावी को रविवार को मंत्रिस्तरीय संहिता के उल्लंघन  के चलते बर्खास्त कर दिया।

टैक्स हेराफेरी का लगा आरोप

ज़हावी पर आरोप था कि उन्होंने देश के वित्त मंत्री पद पर रहते हुए करोड़ों डॉलर के कर की हेराफेरी की थी। ज़हावी को बर्खास्त करने की विपक्ष की बढ़ती मांगों के बीच सुनक ने इराक में जन्मे पूर्व वित्त मंत्री के कर मामलों की एक स्वतंत्र जांच का आदेश दिया था।

ज़हावी को लिखे एक पत्र में, सुनक ने कहा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल की शुरुआत में सरकार में हर स्तर पर ईमानदारी, पेशेवराना व्यवहार और जवाबदेही का वायदा किया था और इसी के तहत वह इस तरह का कदम उठाने को मजबूर हैं। चुनावी वेबसाइट यूगोव के संस्थापक ज़हावी ने कर अधिकारियों के साथ विवाद को स्वीकार किया था, लेकिन यह दलील दी थी कि उनकी त्रुटि लापरवाहीपूर्ण थी, न कि जानबूझकर की हुई।

बोरिस जॉनसन के कार्यकाल वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला

ब्रिटिश मीडिया ने बताया कि समझौता लगभग 50 लाख पाउंड (62 लाख डॉलर) पर आ गया था। ज़हावी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यकाल के अंतिम महीनों में जुलाई से सितंबर 2022 तक वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला था।

जहावी जो गवर्निंग टोरी पार्टी के प्रमुख के रूप में बिना पोर्टफोलियो के एक मंत्री थे, उन्होंने हाल के दिनों में अपने वित्त के बारे में सवालों को छोड़ने के लिए भारी दबाव का सामना किया था, जब यह सामने आया कि उन्होंने महामहिम के राजस्व और सीमा शुल्क विभाग (HMRC)के साथ एक दंड समझौता किया था।

सुनक ने  टैक्स मामलों की एक स्वतंत्र जांच का दिया था आदेश

ज़हावी को बर्खास्त करने की विपक्ष की बढ़ती मांगों के बीच सुनक ने इराक में जन्मे पूर्व चांसलर के कर मामलों की एक स्वतंत्र जांच का आदेश दिया था। उनके स्वतंत्र नैतिकता सलाहकार सर लॉरी मैग्नस ने अपना आकलन प्रस्तुत किया कि क्या एचएमआरसी समझौता मंत्रिस्तरीय संहिता का उल्लंघन है।

डाउनिंग स्ट्रीट द्वारा जारी ज़हावी को लिखे अपने पत्र में सुनक लिखा हैं, ‘जब मैं पिछले साल प्रधानमंत्री बना, तो मैंने प्रतिज्ञा की कि मैं जिस सरकार का नेतृत्व करता हूं, उसमें हर स्तर पर ईमानदारी, व्यावसायिकता और जवाबदेही होगी।’

मंत्रिस्तरीय संहिता का हुआ गंभीर उल्लंघन- पीएम ऋषि सुनक

पीएम ऋषि सुनक ने कहा, ‘स्वतंत्र सलाहकार की जांच के पूरा होने के बाद – जिसके निष्कर्ष उन्होंने हम दोनों के साथ साझा किए हैं, यह स्पष्ट है कि मंत्रिस्तरीय संहिता का गंभीर उल्लंघन हुआ है। परिणामस्वरूप मैंने आपको महामहिम की सरकार में आपके पद से हटाने के अपने निर्णय के बारे में आपको सूचित कर दिया है।’

पीएम सुनक ने कहा कि ज़हावी को ‘पिछले पांच वर्षों में सरकार में व्यापक उपलब्धियों’ पर बेहद गर्व होना चाहिए, विशेष रूप से ‘कोविड-19 वैक्सीन खरीद और तैनाती कार्यक्रम के सफल निरीक्षण’ का श्रेय।