बेमेतरा 24 दिसम्बर 2022-शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता पूर्व मे खरीफ फसल हेतु 255 हेक्टेयर व रबी फसल हेतु 223 हेक्टेयर था। छत्तीसगढ़ जल संसाधन विभाग मंत्रालय रायपुर ने इस योजना के रिमाडलिंग एवं लाईनिंग के साथ नहर विस्तार के लिए 758.01 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की। वर्तमान में इस योजना से ग्राम रांका, जौंग व जेवरा, करही के कृषकों को सिंचाई के लिए पानी दिया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता चंद्रशेखर शिवहरे ने बताया कि इस योजना से खरीफ फसल में ग्राम रांका व जौंग के 400 हेक्टेयर व ग्राम जेवरा के 65 हेक्टेयर में नहर विस्तार से पानी दिया जाएगा साथ ही साथ नहर विस्तार से जल संसाधन विभाग के करही जलाशय लघु सिंचाई योजना को भी इस योजना में भरा जावेगा। जिससे करही व झलमला के कृषकों को खरीफ फसल के लिए 125 हेक्टेयर में सिंचाई सुगमता से उपलब्ध हो सकेगा। ग्राम रांका व जौंग में रबी फसल के लिए 223 हेक्टेयर में सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराया जायेगा।
नहर विस्तार से शिवनाथ उद्वहन सिंचाई योजना से ग्राम जेवरा व करही जलाशय को पानी दिया जायेगा जिसके लिए ग्राम जेवरा में 850 मीटर भूमिगत पाइप बिछाकर सिमगा-कवर्धा राष्ट्रीय राजमार्ग 30 को बिना यातायात अवरोध किये राजमार्ग को पशुअप द्वारा पाइप डाला गया है। यह कार्य बेमेतरा जिले लिए विशेष उपलब्धि का कार्य है। वर्तमान में इस योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता खरीफ 320 हेक्टेयर व रबी 223 हेक्टेयर कुल 543 हेक्टेयर है किन्तु वास्तविकता अनुसार इस योजना से खरीफ 465 हेक्टेयर व रबी 223 हेक्टेयर के साथ साथ करही जलाशय से 125 हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई हेतु पानी दिया जा सकेगा। कुल 813 हेक्टेयर में सिंचाई हेतु पानी दिया जा सकेगा। बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम जेवरा में निस्तारी के लिए कोई साधन नहीं है। ग्रीष्मकाल में ग्राम जेवरा के ग्रामीणो को निस्तारी हेतु पानी के लिए बहुत ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना के नहर विस्तार का कार्य पूर्ण होने पर ग्राम जेवरा के शीतला तालाब व भाटापारा तालाब को भरा जावेगा, जिससे ग्राम जेवरा के ग्रामीणों को निस्तारी जल की समस्या का भी निदान होगा। इसी प्रकार इस योजना से ग्राम रांका के बनिया तालाब व बड़े तालाब को भी भरा जायेगा। शिवनाथ उद्वहन सिंचाई योजना से कृषकों को खरीफ व रबी फसल में सिंचाई हेतु पानी मिलने के साथ ही ग्राम रांका, जौंग व जेवरा के ग्रामीणों को निस्तारी हेतु पानी मिलेगा।