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18 सितम्बर विश्वकर्मा जयन्ती का कार्यक्रम राज्य कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश कार्यालय में सम्पन्न हुआ. इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता बौद्धिक प्रमुख त्रिभुवन सिंह थे. कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामन्त्री नरोत्तम धृतलहरे, भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय महामन्त्री वीरेंद्र नामदेव आदि भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम में बिजली, रेलवे, राज्य कर्मचारी तथा असंगठित क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया.
भगवान विश्वकर्मा जयन्ती इस कार्यक्रम में पूजा अर्चना और संघ गीत के सामूहिक गायन के बाद मुख्य वक्ता त्रिभुवन नारायण सिंह ने कहा कि निर्माण और सर्जन के देवता भगवान विश्वकर्मा जी के पूजन का वर्तमान में समय बहुत महत्व है क्योंकि आज देश में सनातन धर्म और हिंदु संस्कृति को लेकर कुछ लोग अप्रिय बातें कहकर देश का माहौल बिगाड़ने का अनुचित प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने अपने उदबोधन में भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक दत्तोपन्त ठेंगड़ी के कर्म- मर्म को ध्यान में रखकर समाज के चरित्र निर्माण करने पर बल दिया.इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामन्त्री नरोत्तम धृतलहरे ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ आज पुरे देश में विश्वकर्मा जयन्ती को राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मना रहा है उन्होंने श्रम कल्याण के साथ देश हित को सर्वोपरी मानकर संकल्प के साथ उद्योग हित के दिशा में काम करने की जरूरत पर बल दिया. इस गरिमामयी कार्यक्रम में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री पूरन सिंह पटेल, राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामन्त्री अश्वनी चेलक ने भी विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन बी एम एस जिला मंत्री तेजप्रताप सिन्हा तथा आभार प्रदर्शन रायपुर के अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने किया. विश्वकर्मा जयन्ती कार्यक्रम में जी आर बसोने, कोमल सिन्हा, डॉ विनोद वर्मा, कोमल देवांगन, चितरंजन साहा, बी एस दसमेर, संतोष ध्रुव,रणजीत गायकवाड़, नागेंद्र सिंह आदि ने भी शिरकत कर अपनी भागीदारी निभाई.