
उप संचालक कृषि, सह परियोजना प्रबंधक डब्ल्यूसीडीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम चरण में बगीचा विकासखण्ड के सन्ना क्षेत्र में संचालित जलग्रहण परियोजना के अंतर्गत ग्राम बहोरा व सन्ना में 26 मार्च को वाटरशेड यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा में स्थानीय जनप्रतिनिधि, समुदाय, लाईन विभाग, परियोजना क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्ति, स्व-सहायता समूहों के सदस्यों, उपयोगकर्ता दल, कृषक उत्पादक संगठन एवं गैर सरकारी संस्थान रिड्स जशपुर के सदस्य शामिल रहे।
वाटरशेड यात्रा कार्यक्रम में मजबूत सामुदायिक भागीदारी से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को किस तरह से सफल बनाया जा सकता है इसकी जानकारी दी गई। इसके साथ ही लोगों में जागरूकता पैदा करने एवं जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिये जमीनी स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जनभागीदारी से ग्राम बहोरा में तालाब का श्रमदान के माध्यम से साफ-सफाई किया गया। इसके उपरांत ग्राम पंचायत भवन बहोरा परिसर में पानी की पाठशाला का आयोजन किया गया, जिसमें लाईन विभाग, जनप्रतिनिधियों एवं गैर सरकारी संस्थान के सदस्यों द्वारा मिट्टी एवं जलसंरक्षण को बढ़ाने, भू-जल पूर्नभरण में सुधार एवं जलचक्र के विषय में लोगों को जागरूक किया गया।
पानी की पाठशाला में जलग्रहण में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सचिवों को जलग्रहण मार्गदर्शक का प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम में समूहों की दीदियों द्वारा लोक नृत्य का प्रदर्शन कर जल संरक्षण के महत्व को बताया गया। उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रांगण में स्मृति स्वरूप पौधरोपण किया गया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावित स्टॉप डेम का भूमिपूजन तथा ग्राम सन्ना में निर्मित अमृत सरोवर का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान केंद्र से आये वाटरशेड यात्रा वाहन के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर ए-आर के माध्यम से जलग्रहण कार्यक्रमों के महत्व की जानकारी ग्रामीणों को दी गई। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य श्री गेंद बिहारी सिंह, जनपद सदस्य श्री अनुपम तिर्की, नवनियुक्त सरपंच बहोरा, भादु एवं सन्ना ग्राम पंचायत, गैर सरकारी संस्थान रिड्स के सदस्य एवं कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।