रायपुर। दिनांक 25/11/2022। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने गुजरात चुनाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि गुजरात की जनता भाजपा की मंहगाई एवं बेरोजगारी से विगत भाजपाई 27 साल की असफलता से त्रस्त हो चुकी है तथा सत्ता में बदलाव चाहती है। इसीलिए भावी पराजय के आभास से भाजपा में हड़बड़ाहट है तथा भाजपा की प्रचार में बांटी जा रही रेवड़ियों का अब जनता पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के प्रति देश सहित गुजरात की जनता पर बहुत असर दिख रहा है जो सत्ता परिवर्तन को इंगित करता है।
रिजवी ने कहा है कि बीजेपी भावनात्मक झांसा पार्टी सिद्ध हो चुकी है, इसलिए जब गुजरात में मतदान को केवल चार दिन बचे है, तब पराजय की मार्जिन को कम करने तथा युवा बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर अपनी पराजय को बचाने के प्रयास में लगी है, परन्तु गुजरात एवं देश की जनता भाजपा द्वारा परोसी जा रही रेवड़ियों एंव रबड़ियों पर कदापि विश्वास नहीं कर रही है। जनता को याद है भाजपा ने सन् 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रत्येक परिवार के खाते में 15 लाख जमा किए जाऐंगे तथा हर साल दो करोड़ बेरोजगारों को नौकरी दिए जाने का झांसा केवल वोट प्राप्ति के लिए दिया था जो 8 साल बाद भी पूरा नहीं किया गया। ऐसी आमचर्चा है कि बीजेपी भावना जगाओ पार्टी है जो अपने वादों पर आज तक कभी खरी नहीं उतरी है। गुजरात की जनता एक बार धोखा खा चुकी तथा अब भाजपा के झूठे एवं खोखले वादों पर विश्वास कदापि करने वाली नहीं है। बदलाव को भाजपाई लालच का मतदाताओं पर कोई असर नहीं होने वाला है। भाजपा ने गुजरात चुनाव में पराजय को बचाने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।