उपाध्यक्ष अभय नारायण राय ने कहा कि अरपा नदी में साल भर पानी रहे, दोनों तरफ नालों का निर्माण हो, पूरे शहर के सारे नालों को बनने वाले नाले में जोड़कर पानी को सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने की योजना पर कार्य चल रहा है। इंदिरा सेतु से पचरीघाट के बीच नदी के दोनों ओर सौंदर्यीकरण हो, शनिचरी रपटा से पचरीघाट बैराज के चांटीडीह की ओर भी सौंदर्यीकरण की योजना नदी तट पर करने का सुझाव नरेन्द्र बोलर ने उपस्थित अधिकारियों को दिया, नगर निगम के उपस्थित अधिकारी गोपाल ठाकुर से कहा कि इसका स्टीमेट बनाकर इस योजना में शामिल करवाये। कुदुदण्ड से इंदिरा सेतु दाहिनी ओर तीन नाले, शनिचरी रपटा से देवरीखुर्द बैराज तक 17 नाले तथा सरकंडा से इंदिरा सेतु तक बांये ओर 2 नाले एवं शनिचरी रपटा से देवरीखुर्द बैराज तक बांये ओर 14 नाले, इस तरह कुल 36 नालों के गंदे पानी को सीवरेज नेटवर्क में जोड़े जाने हेतु योजना की डीपीआर तैयार किया जाना है, जिसकी अनुमानित लागत राशि 81.58 करोड़ रूपये है। कंसल्टेंट को डीपीआर बनाने हेतु वर्क आर्डर जारी कर दिया गया है।
मंगला क्षेत्र के 5 नालांे के दूषित जल हेतु 3 किमी. लंबाई में नाला एवं एसटीपी तथा कोनी क्षेत्र के 3 नालों के दूषित जल हेतु 2 किमी. लंबाई में नाला व एसटीपी का निर्माण कुल 69.44 करोड़ रूपये है, कार्य किया जा रहा है।
मौके पर जल संसाधन विभाग के डी.जायसवाल, नगर निगम के गोपाल ठाकुर, श्री यादव, एसडीओ जल संसाधन के.के.सिंह, सब-इंजीनियर कमलेश्वर सिंह, सहायक अभियंता एच.एल.जैन, स्थानीय पार्षद बंधु मौर्य, कांग्रेस के अनिल गुलहरे उपस्थित थे।
बैराज का कार्य समय सीमा पर पूर्ण हो, अरपा प्रोजेक्ट से शहर की भावनायें जुड़ी हैं-अभय नारायण राय
बिलासपुर ! अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण के नवनियुक्त प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभय नारायण राय, सदस्य नरेन्द्र बोलर, महेश दुबे, श्रीमती आशा पाण्डेय ने जल संसाधन विभाग, नगर निगम स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ पचरीघाट पर बन रहे अरपा बैराज के कार्य की प्रगति देखने एवं निरीक्षण करने पहुंचे। मौके पर अभी तक हुए कार्यों की जानकारी अधिकारियों से ली गई, बरसात की वजह से बंद कार्य कब चालू होगा, इसकी भी जानकारी ली गई। जल संसाधन विभाग के ई.ई. डी.जायसवाल ने पदाधिकारियों को जानकारी दी कि बरसात के कारण काम बंद था, एक सप्ताह के भीतर कार्य चालू हो जायेगा, कलेक्टर बिलासपुर, नगर निगम आयुक्त बिलासपुर लगातार कार्य की मानिटरिंग कर रहे हैं, उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पचरीघाट बैराज में 20 गेट बनने है, जिसमें लगभग 16 बनकर तैयार है, उसी तरह शिव घाट बैराज में 24 गेट बनने है, जिसमें आधे से अधिक बनकर तैयार है, कन्स्ट्रक्शन कार्य प्रारम्भ होते ही समय सीमा में कार्य पूर्ण हो जायेंगे। पदाधिकारियों ने तट संवर्धन कार्य के दौरान नदी के दोनों ओर बनाई जाने वाली सड़क, गार्डन, नाला निर्माण आदि की भी प्रोग्रेस जानी।