जगदलपुर, 12 दिसम्बर 2024/ राज्य सरकार द्वारा नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से अतिसंवेदनशील एंव दूरस्थ माओवाद प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों को जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कर इन क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार क्रेडा के द्वारा सुकमा जिले के अंतर्गत माओवाद प्रभावित ग्रामों सिलगेर, टेकलगुड़ियम, पूवर्ती व अन्य गांवों में वृहद स्तर पर सौर संयंत्रों की स्थापना कर पेयजल एवं विद्युत सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। जिससे उक्त सुदूर क्षेत्र में विकास की उजियारा के जरिए ग्रामीणों के जीवन में खुशहाली का नया अध्याय जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण क्षेत्रीय कार्यालय जगदलपुर के द्वारा सुकमा जिले के दूरस्थ ईलाके सिलगेर टेकलगुड़ियम एवं पूवर्ती में एक-एक सोलर हाॅई-मास्ट संयंत्र स्थापित किये गये हैं। जिससे अब रात्रि के समय भी रोशनी होने से ग्रामीण सुरक्षित और सुविधाजनक महसूस करते हैं। ग्राम पूवर्ती में 02, सिलगेर में 02 व टेकलगुड़ियम में 02 सोलर संयंत्र से संचालित डीटीएचयुक्त टेलीविजन की स्थापना की गई है, जिससे ग्रामवासी देश-विदेश की खबरों से जुड़ते है एवं उनका मंनोरजंन भी हो रहा है।
इसी प्रकार ग्राम सिलगेर में जल जीवन मिशन अंतर्गत 04 सोलर पंपों की स्थापना कर शुद्धजल प्रदाय की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है जिससे ग्रामवासियों को अब पानी भरने के लिये घर से दूर नहीं जाना पड़ता है। ग्राम टेकलगुड़ियम में 04 और पूवर्ती में 07 नग सोलर पंप स्थापना के कार्य किये जा रहे हैं जिससे जल्द ही ग्रामवासियों को पेयजल की समस्या से निज़ात मिलेगी। इसी तरह ग्राम पूवर्ती में 15 व सिलगेर में 11 व टेकलगुड़ियम में 17 नग सोलर होमलाईट संयंत्रों की स्थापना की गई है जिनमें प्रति होमलाईट 01 पंखा, 05 एलईडी लाईट व मोबाईल चार्जिंग की सुविधा प्रदान कर लाभान्वित किया गया है, जिससे ग्रामीण अब देश-दुनिया की खबरों से जुड़ते हैं। वहीं मनोरंजन एवं मुख्यधारा की जानकारियों से अद्यतन रहते है जिससे उनकी दिनचर्या में बदलाव हो रहा है। इन ग्रामों में उक्त मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता से ग्रामीणों में खुशी है और ग्रामीणजन अपने गांव में आए सकारात्मक बदलाव के लिए राज्य सरकार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हंै।
सरकार की सुशासन से माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों के जीवन में आया बदलाव