रायपुर, 18 नवम्बर 2022/छत्तीसगढ़ ग्रामीण क्षेत्रों में किसान उत्साह के साथ धान खरीदी केन्द्रों में पहुंच रहे हैं। धान बेचने के लिए अब उन्हें लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान बेचने वाले किसानों को अग्रिम में टोकन दिया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप किसानों का धान सुविधाजनक ढंग से खरीदने का काम हो रहा हैं। धान खरीदी के साथ-साथ लगातार कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव भी चल रहा है। धान खरीदी सीजन के 17वें दिन शाम साढ़े 5 बजे तक किसानों से समर्थन मूल्य पर 7 लाख 36 हजार 475 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 नवंबर से चालू धान खरीदी सीजन में अब तक लगभग 2 लाख 25 हजार 815 किसानों से 7 लाख 36 हजार 475 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। धान के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 1566.61 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष 110 लाख मीट्रिक टन धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए प्रदेश में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.18 लाख नये किसान है। राज्य में धान खरीदी के लिए 2538 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।
खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि आज 17 नवम्बर को 26 हजार 469 किसानों से 85 हजार 046 मीट्रिक टन धान तथा ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 13 हजार 276 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। इसके लिए किसानों को आज 32 हजार 993 टोकन तथा टोकन तुंहर हाथ एप्प के द्वारा 4077 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस की धान खरीदी के लिए राज्य में धान उपार्जन के लिए 39 हजार 963 टोकन तथा तुंहर हाथ एप के जरिये 5114 टोकन जारी किए गए हैं। राज्य में धान खरीदी निर्बाध रूप से जारी है। अधिकारी धान खरीदी व्यवस्था पर निरंतर निगरानी रखे हुए हैं। सीमावर्ती राज्यों से अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
खाद्य सचिव श्री वर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव हो रहा है। अब तक 5 लाख 20 हजार 565 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किए गए हैं। जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 2 लाख 04 हजार 491 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है।