मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा का कहना कि देश के अधिकतर समुद्री इलाकों वाले क्षेत्रों में इस तरीके के आंधी-तूफान अगले कुछ दिनों तक आएंगे। वजह बताते हुए महापात्रा कहते हैं कि लगातार बढ़ रही उमस और तापमान के चलते यह परिस्थितियां बन रही हैं।
बीते कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में चल रहा आंधी-तूफान फिलहाल अगले चार दिनों तक थमने का नाम नहीं लेगा। यह तूफान न सिर्फ तीव्र गति से देश के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित करेगा, बल्कि बदली हुईं परिस्थितियों में कई इलाकों के तापमान को भी बढ़ाएगा। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय पात्रा ने अमर उजाला डॉट कॉम को बताया कि उमस और लगातार बढ़ता हुआ तापमान देश में आंधी-तूफान के हालात बना रहा है। फिलहाल जो मौसम की परिस्थितियों बन रही हैं, उसमें आंधी-तूफान के बने रहने का अनुमान लगाया गया है। मुंबई में ऐसी ही परिस्थितियों में आए भीषण तूफान ने 14 लोगों की जान ले ली। जबकि दर्जनों लोग अभी भी घायल होकर अस्पताल में दाखिल हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा कहते हैं कि उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए आज भी अलर्ट जारी किया है। उनका कहना कि देश के अधिकतर समुद्री इलाकों वाले क्षेत्रों में इस तरीके के आंधी-तूफान अगले कुछ दिनों तक आएंगे। वजह बताते हुए महापात्रा कहते हैं कि लगातार बढ़ रही उमस और तापमान के चलते यह परिस्थितियां बन रही हैं। मौसम विभाग के महानिदेशक कहते हैं कि मुंबई में जिस तरीके से तेज गति का तूफान आया, इस तरह से अभी भी कुछ इलाकों में तूफान आने की संभावनाएं बन रही हैं। मौसम विभाग ने ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए संबंधित राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में अभी कई राज्यों में लगातार पारा बढ़ता रहेगा, जिसके चलते इस तरह के चक्रवर्ती तूफान की संभावनाएं बन रही हैं। इसके अलावा मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ समेत कई इलाकों में अभी भी 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान लगाया जा रहा है। विभाग के अनुमान के मुताबिक मंगलवार और बुधवार को मध्यप्रदेश में तेज आंधी और तूफान आ सकता है। इसके चलते मध्यप्रदेश में जिम्मेदार महकमों को अलर्ट पर रखा गया है। मध्यप्रदेश के अलावा बिहार और उड़ीसा में भी आंधी तूफान की संभावनाएं बनी हुई हैं। आंधी तूफान तेज गति के साथ आने वाला है। इसलिए किसी भी तरीके के जान माल के नुकसान से बचाव के लिए संबंधित राज्यों को पहले से ही एडवाइजरी जारी कर अलर्ट कर दिया गया है।