मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में पर्यावरण-संरक्षण प्रयासों की जानकारी दी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यूएसए, इण्डोनेशिया, यूके, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और अन्य राष्ट्रों से आए प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि वे वर्ष 2021 की नर्मदा जंयती से निरंतर पौधे लगा रहे हैं। लगभग दो वर्ष में भोपाल के अलावा जिस भी स्थान पर प्रवास होता है, वहाँ भी पौधा लगाने से उनके दिन की शुरुआत होती है। मध्यप्रदेश में पौध-रोपण जन-अभियान बनता जा रहा है। मध्यप्रदेश में अंकुर पोर्टल बनाया गया है, जिसमें नागरिक विवाह-वर्षगांठ और जन्म-वर्षगांठ पर पौधे लगाते हैं। परिवार के दिवंगत बुजुर्गों के याद में उनकी पुण्य-तिथि पर भी पौध-रोपण होता है। अंकुर पोर्टल से लोग जुड़ते जा रहे हैं। इनकी संख्या 37 लाख से अधिक हो गई है। भोपाल के श्यामला हिल्स के इस उद्यान में इस माह भोपाल में हुए वॉटर विजन (जल सम्मेलन) के प्रतिभागियों ने भी पौधे लगाए हैं। समाज के विभिन्न वर्गों से लोग यहाँ पौधा लगाने आते हैं।
उद्यान बना ग्लोबल गार्डन, भोपाल बनी बुद्धिजीवियों की राजधानी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि जी 20 के तहत थिंक-20 के कार्यक्रम की भोपाल में हो रही दो दिवसीय बैठक महत्वपूर्ण है। दुनिया भर के चिंतक और बुद्धिजीवी मध्यप्रदेश आए हैं। भोपाल के केपिटल ऑफ इंटेलेक्चुअल्स हो गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी वन अर्थ, वन फेमिली एंड वन फ्यूचर के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं। आज ये उद्यान ग्लोबल गार्डन हो गया है। उपाध्यक्ष नीति आयोग भारत सरकार श्री सुमन बेरी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप नीति आयोग की गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। थिंक-20 में पर्यावरण सम्मत जीवन शैली, नैतिक मूल्य और विश्व-कल्याण के साथ सुशासन के संबंध में भोपाल में प्रख्यात चिंतक गहन विचार-विमर्श करेंगे।