
संचार सेवाओं की निर्बाध उपलब्धता से श्रद्धालुओं और सुरक्षा बलों को मिल रही राहत
नई दिल्ली । आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत देशभर में विश्वसनीय कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) महाकुंभ 2025 में संचार व्यवस्था को मजबूती देने में अहम भूमिका निभा रहा है। बीएसएनएल ने मेला क्षेत्र में एक समर्पित ग्राहक सेवा केंद्र स्थापित किया है, जहां श्रद्धालुओं और यात्रियों को ऑन-साइट सहायता, शिकायत निवारण और निर्बाध संचार सेवाएं दी जा रही हैं।
महाकुंभ में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए श्रद्धालुओं को उनके सर्किल का निःशुल्क सिम उपलब्ध कराने की सुविधा दी जा रही है। यदि किसी श्रद्धालु का सिम गुम हो जाता है या खराब हो जाता है, तो उसे अपने गृह राज्य वापस जाने की आवश्यकता नहीं होगी। बीएसएनएल ने देशभर के सभी सर्किल से सिम मंगवाकर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। यह सुविधा पूरी तरह से निःशुल्क है और इससे किसी भी श्रद्धालु को अपने स्वजन या परिचितों से संपर्क करने में कोई कठिनाई नहीं होगी। बीएसएनएल ने इस सुविधा के लिए लाल रोड सेक्टर-2 में अपना शिविर कार्यालय स्थापित किया है, जहां से सभी प्रकार की संचार सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।
महाकुंभ क्षेत्र में बीएसएनएल द्वारा फाइबर कनेक्शन, लीज्ड लाइन कनेक्शन और मोबाइल रिचार्ज जैसी सेवाओं की मांग काफी अधिक बढ़ गई है। मेला क्षेत्र में लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रदेशों की सिम भी उपलब्ध कराई गई हैं, जिसका लाभ श्रद्धालुओं के साथ-साथ सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी उठा रहे हैं। बीएसएनएल प्रयागराज व्यावसायिक क्षेत्र के प्रधान महाप्रबंधक श्री बी. के. सिंह ने बताया कि प्रमुख स्नान पर्व मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या (29 जनवरी) के दौरान संचार सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रही और भारी भीड़ के बावजूद नेटवर्क बाधित नहीं हुआ।
महाकुंभ 2025 के दौरान निर्बाध संचार सेवा सुनिश्चित करने के लिए मेला क्षेत्र में कुल 90 BTS टावर सक्रिय किए गए हैं, जिनमें 30 BTS (700 MHz 4G बैंड), 30 BTS (2100 MHz बैंड) और 30 BTS (2G सुविधायुक्त) हैं। इसके अलावा, इंटरनेट लीज्ड लाइन, वाईफाई हॉटस्पॉट, हाई-स्पीड इंटरनेट (एफटीटीएच), वेबकास्टिंग, SD-WAN, बल्क एसएमएस सेवा, M2M सिम और सैटेलाइट फोन सेवाएं भी मेला क्षेत्र में उपलब्ध कराई गई हैं। बीएसएनएल की इस पहल से महाकुंभ में आए करोड़ों श्रद्धालुओं, प्रशासनिक अधिकारियों, सुरक्षा बलों और स्वयंसेवी संगठनों को निर्बाध संचार सुविधा मिल रही है, जिससे आयोजन को सुचारु रूप से संचालित करने में मदद मिल रही है।