उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर के दशम दीक्षांत समारोह में उन सभी प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को अपनी ओर से हार्दिक बधाई देता हूँ, जिन्होंने अपने कठोर परिश्रम मेधा और अनुशासन के बल पर स्वयं को उपाधियों एवं स्वर्ण पदकों हेतु योग्य सिद्ध किया है।
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय हमेशा ज्ञान का प्रकाश रहा है। हमारा प्रदेश हमेशा समृद्ध रहा है। यहां पुरखो के आशीर्वाद से उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों पर हमारा प्रदेश आगे बढ़ रहा है।
श्री बघेल ने कहा कि हमारे यहां प्रचुर संसाधन हैं, समृद्ध जैव विविधता है, सघन वन हैं, सुंदर प्रकृति है, सुंदर जनजीवन है, उत्कृष्ट मानवीय मूल्य हैं। ये सब हमें हमारे पुरखों से आशीर्वाद के रूप में मिले हैं, अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए इन्हें सहेजे, संवारें, अपनी इस धरती को और समृद्ध बनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम युवाओं को लगातार आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। हमने 42 हजार पदों पर भर्ती की। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के जरिए रोजगार, स्व-रोजगार और उद्यम दिए हैं।
हम बेरोजगारी भत्ता भी प्रदान कर रहे हैं, ताकि युवाओं को आर्थिक मजबूती मिल सके और वे अच्छे भविष्य की तैयारी कर सके।
उन्होंने कहा कि गुरुघासीदास जी को नमन करता हूं, जिन्होंने मनखे-मनखे एक समान का संदेश देकर ज्ञान का विस्तार किया।