मुख्यमंत्री़, एमपी सीजी न्यूरो सोसायटी के वार्षिक सम्मेलन न्यूरोकोन सोनकोन-2024 में वर्चुअली हुए शामिल
भोपाल । एमपी सीजी न्यूरो सोसायटी के वार्षिक सम्मेलन न्यूरोकोन सोनकोन-2024 को वर्चुअली संबोधित करते मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में न्यूरोलॉजिस्ट की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में चिकित्सा के क्षेत्र में तेज़ी से विस्तार हुआ है। पहले जहाँ कुछ गिनती के ही मेडिकल कॉलेज थे, वहीं प्रदेश में बड़ी संख्या में नए मेडिकल कॉलेज आरंभ हुए हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मंदसौर, नीमच और सिवनी में मेडिकल कॉलेजों का शुभारंभ किया गया है। अनेक मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देश के विभिन्न स्थानों से आए हुए न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टरों को अतिथि की संज्ञा देते हुए उन्हें उज्जैन के भौगोलिक और धार्मिक महत्व के बारे में विस्तार से भी बताया। उन्होंने भस्मारती के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि भस्मारती एक तरह से जीवन के सृजन और विसर्जन का प्रतिरूप है। उज्जैन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उज्जैन विज्ञान की नगरी रही है। यह शहर प्राचीन समय में काल गणना का केंद्र रहा है। वर्तमान में उज्जैन में साइंस सिटी भी विकसित की जा रही है। यहां आईटी का सैटेलाइट कैंपस भी प्रारंभ हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में आने वाले समय में मेडिकल टूरिज़्म बढ़ेगा, क्योंकि यहाँ पर उच्च श्रेणी की चिकित्सा सुविधाएँ सुलभ होंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की पावन नगरी में ऐसे महत्वपूर्ण कान्फ्रेंस का आयोजन हमारे लिए गौरव की बात है। यह सम्मेलन निश्चित रूप से राज्य में न्यूरोलॉजी और न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा। इस सम्मेलन में देश-विदेश के जाने-माने न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन शामिल हो रहे हैं। उनकी विशेषज्ञता और उनकी उपलब्धियां हमारे प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि समाज में न्यूरो संबंधी समस्याओं का बढ़ना चिंता का विषय है, इसलिये इस महत्वपूर्ण विषय पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया जाना जरूरी है। यह सम्मेलन न्यूरो संबंधित विकारों पर चर्चा करने, विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त करने और भविष्य की चुनौतियों के समाधान ढूंढने का एक महत्वपूर्ण मंच है। यह मंच चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक साथ लाकर उनके अनुभवों और नवीनतम अनुसंधानों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में प्रस्तुत किये जाने वाले विचार और शोध हमारे चिकित्सा समुदाय को न्यूरो लॉजी में नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।
इस अवसर पर एमपीसीजी न्यूरो सोसायटी के संरक्षक डॉ.जे.एस.कथपाल, डॉ.वसंत डाकवाले, डॉ.रूपेश खत्री, एमपीसीजी न्यूरो सोसायटी के अध्यक्ष डॉ.एस.एन.मधेरिया, डॉ.आवेग भंडारी, इंडियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के डॉ.सरोश कटराक, डॉ.खाडिलकर, डॉ. प्रवर पासी सहित बड़ी संख्या में न्यूरोलॉजिस्ट एवं अधिकारीगण मौजूद थे।