
परीक्षा में 856 केन्द्रों में जिले के 19851 शिक्षार्थी होंगे सम्मिलित
जशपुरनगर 22 मार्च 2025/ कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभिषेक कुमार के नेतृत्व में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के निर्देशानुसार जशपुर जिले के 08 विकासखंड जशपुर, मनोरा, दुलदुला, कुनकुरी, कांसाबेल, फरसाबहार, पत्थलगांव एवं बगीचा में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम जन जन साक्षर, अंतर्गत 23 मार्च 2025 को प्रातः 10रू00 से सायं 05रू00 तक राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आकलन परीक्षा आयोजित की गई।
जिला के आठ विकास खण्डों के विभिन्न ग्राम पंचायतों में कुल 856 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें कुल 19851 शिक्षार्थियों ने महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित होंगे। महापरीक्षा अभियान के सफलता पूर्वक एवं गुणवत्ता पूर्वक संपादन हेतु जिला स्तर से 08 निरीक्षण दल का गठन किया गया है, जिसमें श्री नरेन्द्र कुमार सिन्हा जिला
मिशन समन्वयक सह जिला परियोजना अधिकारी, जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, विकासखंड दुलदुला एवं कुनकुरी के दल प्रभारी श्री एम. जेड. यु. सिद्दीकी प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जशपुर विकासखंड मनोरा के दल प्रभारी श्रीमती सरोज संगीता भोई वरिष्ठ संकाय सदस्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जशपुर विकासखंड जशपुर के दल प्रभारी, श्री गोपाल राम विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, कांसाबेल विकासखंड, कांसाबेल के दल प्रभारी, श्री दुर्गेश देवांगन विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, फरसाबहार विकासखंड- फरसाबहार के दल प्रभारी, श्री विनोद पैंकरा, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पत्थलगांव विकासखंड पत्थलगांव के दल प्रभारी एवं श्री मनीराम यादव, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, बगीचा विकासखंड बगीचा के दल प्रभारी द्वारा महापरीक्षा अभियान का निरीक्षण किया जावेगा ।
जिला के 08 विकास खण्डों के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में प्राथमिक शाला के प्रधान पाठकों को राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार, ग्राम प्रभारी नियुक्त किया गया है, ग्राम प्रभारियों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर के ग्राम साक्षरता केन्द्रों के शिक्षार्थियों को महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित कराने का दायित्व सौंपी गई है।
राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आंकलन परीक्षा आयोजन की सूचना हेतु सभी ग्राम प्रभारियों द्वारा कोटवार द्वारा मुनादी करायी गई है साथ ही शिक्षार्थियों के घर-घर संपर्क कर हल्दी चावल देकर महापरीक्षा अभियान में सम्मितल होने हेतु नेवता दिया गया एवं अन्य प्रचार-प्रसार के गतिविधियों को भी अपनाई गई जैसे दिवाल लेखन, पोष्टर, बेनर लगाकर इत्यादि ।