
जगदलपुर 21 मार्च 2025/ राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा रायपुर के दिशा-निर्देशानुसार बस्तर जिले में दो दिवसीय युवा एवं इको क्लब कार्यशाला का आयोजन 20 और 21 मार्च को किया गया। उक्त प्रशिक्षण सह कार्यशाला कलेक्टर श्री हरीस एस और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रतीक जैन के निर्देशन में किया गया। इस जिला स्तरीय युवा एवं इको क्लब कार्यशाला के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी श्री बलिराम बघेल और जिला मिशन समन्वयक श्री अखिलेश मिश्रा के द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारियों, खण्ड स्रोत समन्वयक एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
जिला स्तरीय युवा एवं इको क्लब कार्यशाला के पहले दिन प्लास्टिक साक्षरता के अंतर्गत प्लास्टिक की उत्पत्ति, इसके विभिन्न प्रकारों, उपयोग और समाज व मानव जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, विद्यालय स्तर से लेकर जिला स्तर तक प्लास्टिक प्रबंधन एवं जमीन मेला आयोजन की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। वहीं दूसरे दिन किचन गार्डन के अंतर्गत पोषण वाटिका निर्माण, मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ाने के उपाय, जीवामृत, बीजामृत और सीड बॉल निर्माण की जानकारी दी गई। इस दौरान इको क्लब के माध्यम से बच्चों की कार्यक्षमता और नेतृत्व कौशल को विकसित करने की संभावनाओं पर विशेष जोर दिया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मिशन समन्वयक ने कहा कि इको क्लब विद्यालयों में एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जो बच्चों में आत्मविश्वास, सामाजिकता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता विकसित करता है, प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग और संरक्षण के तरीके बच्चों को सिखाकर भविष्य के लिए एक बेहतर समाज तैयार किया जा सकता है।
इस कार्यशाला में विश्व पर्यावरण दिवस पर गौरैया की घटती संख्या, विश्व वन दिवस और विश्व जल दिवस के महत्व पर भी चर्चा की गई। बस्तर जिले के सातों विकासखंडों से आए शिक्षकों ने इसमें सक्रिय भागीदारी निभाई। राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स श्री मनीष कुमार अहीर और श्री जितेश देशमुख ने कार्यशाला को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आयोजन से जिले के शिक्षकों और छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरणा और नई दिशा मिली। इस कार्यक्रम में खंड स्रोत समन्वयक श्री गरुड़ मिश्रा, श्री फिरोज खान, श्री त्रिभुवन साहू आदि उपस्थित थे।