
नई दिल्ली । दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह से ही बढ़ रहा है और 350 अंक को पार कर गया है जैसाकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रदान किए गए दैनिक एक्यूआई बुलेटिन के अनुसार आज दिन का एक्यूआई 365 रहा। दिल्ली की बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर, एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए आयोग की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) पर उप-समिति ने आज आईएमडी/आईआईटीएम द्वारा उपलब्ध कराए गए वायु गुणवत्ता परिदृश्य और मौसम संबंधी स्थितियों और वायु गुणवत्ता सूचकांक के पूर्वानुमान की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के स्तर में वृद्धि की प्रवृत्ति को देखते हुए, जीआरएपी पर सीएक्यूएम उप-समिति ने आज की अपनी बैठक में निम्नलिखित टिप्पणियाँ कीं:
दिल्ली का एक्यूआई जो 28.01.2025 को 276 दर्ज किया गया था, उसमें तेज़ी से वृद्धि हुई और 29.01.2025 को शाम 4:00 बजे यह 365 दर्ज किया गया, जिसके कारण बदलती दिशा/शांत हवाएँ, धुंध की स्थिति, कम मिक्सिंग हाइट और प्रदूषकों के फैलाव के लिए वेंटिलेशन गुणांक हैं। आईएमडी/आईआईटीएम के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में भी ऐसी ही स्थितियाँ बनी रहेंगी।
वायु गुणवत्ता के मौजूदा रुझान को ध्यान में रखते हुए, तथा क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के प्रयास में, उप-समिति ने आज पूरे एनसीआर में जीआरएपी की मौजूदा अनुसूची के चरण-III के तहत परिकल्पित सभी कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्णय लिया है। यह एनसीआर में पहले से लागू जीआरएपी की मौजूदा अनुसूची के चरण I और II के तहत की गई कार्रवाइयों के अतिरिक्त है। जीआरएपी के तहत उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार विभिन्न एजेंसियों में एनसीआर और डीपीसीसी के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) शामिल हैं। उन्हें इस अवधि के दौरान जीआरएपी के चरण I और II के तहत कार्यों के अलावा जीआरएपी की मौजूदा अनुसूची के चरण-III के तहत कार्यों के सख्त कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए भी संबोधित किया गया है।