0 साधु राम दुल्हानी की रिपोर्ट
जगदलपुर। बकावंड में पदस्थ वन विभाग के रेंजर राजकुमार ध्रुव एक विवाददास्पद अधिकारी के रूप में जाने जाते है, उन पर पहले भी अनेक संगीन आरोप लग चुके हैं। डालियों की छंटाई की आड़ में सागोन तथा अन्य कीमती प्रजाति के पेड़ों की बड़े पैमाने पर अवैध कटाई कराने, विधायक मद से देवगुड़ी निर्माण में आर्थिक गड़बड़ी करने, जंगलों की सुरक्षा के लिए कराए गए निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने जैसे गंभीर आरोपों के साथ ही खुलेआम राजनैतिक गतिविधियों में भाग लेने के भी आरोप लग चुके हैं। देवगुड़ी निर्माण में गड़बड़ी को लेकर विधायक लखेश्वर बघेल द्वारा रेंजर ध्रुव को सार्वजनिक रूप से फटकार भी लगाई जा चुकी है। खदान से मिट्टी निकालकर सड़क निर्माण में उपयोग की जाती रही। इस पर रोक लगाने के लिए वन विभाग के क्षेत्रीय रेंजर ने कोई पहल नहीं की। इससे ठेकेदार से रेंजर की मिलीभगत की संभावना को बल मिलता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि रेंजर पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। बस्तर वनमंडल मेें पदस्थ वनमंडलाधिकारी डिलेश्वर साहूकी लापरवाही से भारी पैमाने पर अफरा-तफरी से अब वन परिक्षेत्राधिकारियों में भय नाम की चीज नहीं रही और वे राजनेता बन रहे है। ऐसी ही सिलसिला चलता रहा तो जंगल में माफियाराज का कब्जा कभी कम नहीं होगा। राजनीतिक पहुंच वाले रेंजर पर मुख्यमंत्री वन संरक्षक भी असहाय होते नजर आ रहे है।
भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ ने वन एवं वृक्ष आवरण वृद्धि में देश में प्राप्त किया प्रथम स्थान
रायपुर 21 दिसंबर/ भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट (ISFR) 2023 के अनुसार छत्तीसगढ़ ने संयुक्त वन एवं वृक्ष आवरण वृद्धि में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भारतीय वन सर्वेक्षण…