रायगढ़. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में वन्यजीवों के (अवैध)शिकार के लिए बिछाए गए बिजली के तार से करंट लगने से तीन ग्रामीणों तथा एक कोटरी (हिरण की प्रजाति) की मौत हो गई . पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के पूंजीपथरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत तराईमाल गांव के जंगल में बिजली की तार से करंट लगने से तीन ग्रामीणों पूंजीपथरा गांव निवासी बीरबल धनवार (37), लैलूंगा गांव निवासी अनिल कुजूर (26) और कोतबा गांव निवासी बोधन तिर्की (40) तथा एक कोटरी की मौत हो गई है. तीनों ग्रामीण आस पास के कारखानों में मजदूर थे.
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह जब तराईमाल गांव के ग्रामीणों ने जंगल में शवों को देखा तब उन्होंने इसकी जानकारी वन विभाग को दी. बाद में वन विभाग से जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया तथा शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से डंडा और तार भी बरामद किया गया है.
उन्होंने बताया कि पूंजीपथरा के औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण 1100 किलोवाट उच्च विद्युत प्रवाह वाले बिजली के तार जंगल के ऊपर से गुजरते हैं. पुलिस को आशंका है कि वन्यजीवों के शिकार के लिए तीनों ग्रामीणों ने जंगल में बिजली के तार से करंट प्रवाहित किया था. जब करंट की चपेट में आकर कोटरी की मौत हो गई तब उसके शव को निकालने के प्रयास में तीनों ग्रामीण भी करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. जांच के बाद ही इस संबंध में अधिक जानकारी मिल सकेगी.