
*बच्चों की सीखने की कला में लाना है सुधार*
रायपुर, 7 अक्टूबर 2025/राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत शालाओं का सामाजिक अंकेक्षण प्रारंभ किया गया है। इस अंकेक्षण का आयोजन राज्य के सभी 58 हजार शालाओं में 6 से 8 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने प्रदेश के सभी जिला एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सामाजिक अंकेक्षण केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह बच्चों की शिक्षा की वास्तविक स्थिति जानने और उसे सुधारने का अवसर है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी और शिक्षक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि समुदाय की भागीदारी सक्रिय हो और अंकेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर तुरंत सुधारात्मक कदम उठाया जाए। शिक्षा मंत्री श्री यादव ने यह भी कहा कि यह अभियान शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष उदाहरण है, जिसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी अपेक्षित है।
*राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर फोकस*
इस अभियान का उद्देश्य विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के घटकों का त्वरित क्रियान्वयन कर बच्चों की सीखने की उपलब्धियों में सुधार लाना है। सामाजिक अंकेक्षण के माध्यम से समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित कर शिक्षा की गुणवत्ता पर ठोस प्रभाव लाने का प्रयास किया जा रहा है।
*ग्राम सभा से मिली सहमति, बनी सामाजिक अंकेक्षण टीमें*
2 अक्टूबर 2025 को आयोजित ग्राम सभा में विद्यालयों में सामाजिक अंकेक्षण के आयोजन के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गई। इसके बाद प्रत्येक शाला के लिए सामाजिक अंकेक्षण टीमों का गठन किया गया है, जिनमें निकटवर्ती विद्यालय के शिक्षक को टीम लीडर तथा स्थानीय समुदाय से शिक्षा में रुचि रखने वाले सदस्यों को शामिल किया गया है।
*राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की भूमिका*
सामाजिक अंकेक्षण हेतु प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं हाई-हायर सेकेंडरी स्तर पर प्रश्नावली तैयार करने और प्रशिक्षण देने का कार्य राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा किया गया है। समग्र शिक्षा इस कार्यक्रम के नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है।
*20 प्रमुख प्रश्नों पर स्कूलों का मूल्यांकन*
सामाजिक अंकेक्षण के दौरान समुदाय से कुल 20 प्रश्नों पर जानकारी एकत्र की जा रही है। इसमें बच्चों की पठन क्षमता, गणितीय कौशल, शिक्षकों की उपस्थिति, पुस्तकालय उपयोग, परीक्षा परिणाम, स्थानीय भाषा के उपयोग जैसे पहलू शामिल हैं। इसी के साथ समुदाय से प्राप्त प्रतिक्रियाओं के आधार पर विद्यालयों की स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा।
*समुदाय की भागीदारी और न्यौता भोज की परंपरा*
विद्यालयों द्वारा सामाजिक अंकेक्षण की तिथि तय कर समुदाय के सदस्यों को उपस्थिति हेतु आमंत्रित किया गया है। विशेष रूप से, यदि कोई परिवार अपने सगे-संबंधी की स्मृति में “न्यौता भोज” आयोजित करना चाहे तो वह भी इसी दिन किया जा सकता है। जिलों के प्रदर्शन की समीक्षा के दौरान समुदाय की उपस्थिति और आयोजित न्यौता भोजों की संख्या को भी आकलन में शामिल किया जाएगा।
*ऑनलाइन प्रविष्टि और समीक्षा प्रक्रिया*
अंकेक्षण के बाद भरे गए प्रपत्रों पर समुदाय के हस्ताक्षर लेकर उन्हें विकासखंड स्तर पर जमा किया जाएगा, जहाँ ऑनलाइन प्रविष्टि की जाएगी। विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण कर कमजोर प्रदर्शन करने वाली शालाओं की सूची तैयार की जाएगी। इन शालाओं का निरीक्षण जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा किया जाएगा ताकि आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।
*सुधार कार्यों में समुदाय का सहयोग*
सामाजिक अंकेक्षण के दौरान जिन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता पाई जाएगी, वहाँ समुदाय से इच्छुक प्रतिभागियों की सूची बनाकर उनके सहयोग से सुधार कार्य आरंभ किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त शिक्षकों की क्षमता वृद्धि तथा बोर्ड परीक्षा परिणामों में सुधार हेतु विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे।
*20 अक्टूबर तक उपलब्ध होगी रिपोर्ट*
सामाजिक अंकेक्षण की रिपोर्ट के आधार पर 20 अक्टूबर 2025 तक जिलों को कमजोर प्रदर्शन करने वाली शालाओं की सूची उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके आधार पर संबंधित अधिकारियों को स्कूल आबंटित किए जाएंगे ताकि वे सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित कर सकें।
मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत किया जा रहा यह सामाजिक अंकेक्षण न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समुदाय को भी विद्यालयों की प्रगति में सहभागी बनने का अवसर प्रदान करता है।
[10/7, 8:21 PM] Kmlesh Sahu Ji Pro: *छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटलजी के सम्मान में सभी नगरीय निकायों में बना रहे अटल परिसर – श्री अरुण साव*
*उप मुख्यमंत्री ने चार अटल परिसरों का किया लोकार्पण*
*श्री साव ने 3.16 करोड़ के कार्यों का किया लोकार्पण, 2.49 करोड़ की लागत के एसटीपी का भूमिपूजन भी किया*
*विकास कार्यों के लिए साढ़े नौ करोड़ देने की घोषणा की*
रायपुर. 7 अक्टूबर 2025. उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने आज जांजगीर-चांपा जिले के चार नगरीय निकायों में तीन करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित अटल परिसरों तथा विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने नवागढ़ में दो करोड़ 49 लाख रुपए की लागत से बनने वाले एसटीपी का भूमिपूजन भी किया। श्री साव ने आज पामगढ़ नगर पंचायत पामगढ़ में 19 लाख 95 हजार रुपए, राहौद नगर पंचायत के बुंदेला चौक में 19 लाख 95 हजार रुपए, खरौद नगर पंचायत में 19 लाख 93 हजार रुपए एवं नवागढ़ नगर पंचायत के हाट-बाजार परिसर में 19 लाख 95 हजार रुपए की लागत से नवनिर्मित अटल परिसरों का लोकार्पण किया। विधायक श्री ब्यास कश्यप तथा पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष श्री नारायण चंदेल भी लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने पामगढ़ नगर पंचायत में भवन निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए तथा विभिन्न विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने राहौद नगर पंचायत के लिए दो करोड़ रुपए, खरौद नगर पंचायत के लिए तीन करोड़ रुपए तथा नवागढ़ नगर पंचायत के लिए ढाई करोड़ रुपए देने की घोषणा की।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने नगर पंचायत राहौद के वार्ड क्रमांक 8 में सांस्कृतिक भवन लागत 11 लाख रुपए, देवांगन समाज धर्मशाला में अतिरिक्त कक्ष लागत 10 लाख रुपए, वार्ड क्रमांक 15 में सामुदायिक भवन लागत 15 लाख रुपए, वार्ड क्रमांक 10 में पकरिया पारा में स्कूल के पास सांस्कृतिक भवन लागत 10.42 लाख रुपए, नगर पंचायत खरौद में सी.सी. रोड निर्माण कार्य वार्ड क्रमांक 06 व 13 के पांच विभिन्न मार्गों पर 22.45 लाख रुपए की लागत से पूर्ण, वार्ड क्रमांक 13 में पुलिया से मुक्तिधाम तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य लागत 27.41 लाख रुपए, शबरी देवी शिक्षा समिति भवन निर्माण कार्य लागत 9.99 लाख रुपए एवं वार्ड क्रमांक 07 में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य लागत 9.83 लाख रुपए, गांधी चौक, मुक्तिधाम, लक्ष्मणेश्वर मंदिर, शीतला मंदिर एवं कंपाटनी मंदिर परिसर में पेवर ब्लॉक कार्य लागत 95.84 लाख रुपए एवं नवागढ़ नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 15 में सांस्कृतिक भवन निर्माण लागत 24.57 लाख रुपए का भी लोकार्पण किया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता हैं। उनके सम्मान में राज्य के सभी नगरीय निकायों में अटल परिसरों का निर्माण किया जा रहा है। अटलजी ने गांवों, किसानों और नागरिकों के लिए ऐतिहासिक योजनाएं शुरू कीं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से गांव-गांव तक पहुंच और विकास संभव हो पाया। किसान क्रेडिट कार्ड योजना से ग्रामीण विकास और किसानों को शून्य ब्याज पर ऋण संभव हुआ। उन्होंने ही छत्तीसगढ़ राज्य के गठन की नींव रखी। आज छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहा जाता है, तो उसका श्रेय अटलजी की दूरदृष्टि को जाता है। अटल परिसर उनकी राष्ट्र सेवा, विकास के प्रति दृष्टिकोण और आदर्श मूल्यों को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम बनेगा। श्री साव ने कहा कि यह परिसर केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने वाला केंद्र बनेगा। हमारी सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हर एक गारंटी को पूरा करने का काम तेजी से हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार हर वादा पूरा कर रही है, विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण कर रही है।
विधायक श्री ब्यास कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि अटलजी छत्तीसगढ़ राज्य के वास्तविक निर्माता हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता की वर्षों पुरानी आकांक्षा को समझा और उसे साकार कर एक नया इतिहास रचा। आज हम उनके आदर्शों और योगदान को स्मरण करते हुए उनकी प्रतिमा एवं परिसर का लोकार्पण कर रहे हैं। यह वास्तव में अत्यंत गौरवपूर्ण एवं प्रेरणादायक क्षण है। उन्होंने कहा कि अटलजी न केवल एक कुशल राजनेता थे, बल्कि एक दूरदर्शी राष्ट्रनायक भी थे, जिनके विचार और आदर्श आज भी हमें दिशा देते हैं। उनकी प्रतिमा को देखकर आने वाली पीढ़ियाँ उनके सिद्धांतों से प्रेरणा लेंगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष श्री नारायण चंदेल ने कहा कि आज जिले के चार नगरीय निकायो में अटलजी की प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है। यह केवल प्रतिमा का अनावरण नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की आत्मा और अस्मिता को नमन करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि अटलजी ने न केवल छत्तीसगढ़ की जनभावनाओं को समझा, बल्कि उसे साकार भी किया। वर्षों से हमारे पुरखे यह सपना देखते आ रहे थे कि हमारा छत्तीसगढ़ एक अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आए, पर उसे पूरा करने का ऐतिहासिक कार्य अटलजी ने किया। पूर्व संसदीय सचिव श्री अंबेश जांगड़े, पूर्व सांसद श्रीमती कमला देवी पाटले, पूर्व विधायक श्री चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सत्यलता आनंद मिरी, नगर पंचायत पामगढ़ अध्यक्ष श्रीमती गौरी जांगड़े, नगर पंचायत राहौद अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा कश्यप, नगर पंचायत खरौद अध्यक्ष श्री गोविंद यादव, नगर पंचायत नवागढ़ अध्यक्ष श्रीमती अर्चना देवांगन और कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे सहित पार्षदगण, जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी तथा गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।








