रायपुर. मिनपा हमले में कथित तौर पर संलिप्त रहे एक कुख्यात नक्सली ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आत्मसमर्पण कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. वर्ष 2020 में मिनपा हमले में 17 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे. सुकमा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील शर्मा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि नक्सली संगठन के ‘‘बटालियन नंबर 1’’ का हिस्सा रहे दुधि भीमा ने ‘‘अमानवीय’’ और ‘‘खोखले’’ माओवादी विचारधारा से निराशा मिलने का हवाला देते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
एसपी ने कहा, ‘‘नक्सली सीआरपीएफ की रेंज फील्ड टीम (आरएफटी) के र्किमयों के संपर्क में आया था, जिन्होंने उसे मुख्यधारा में शामिल होने और सामान्य जीवन जीने के लिए समझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. भीमा, सुकमा के ंिचतागुफा इलाके का मूल निवासी है और पिछले सात वर्षों से प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़ा था.’’
शर्मा ने कहा, ‘‘वह मार्च 2020 में घातक मिनपा हमले में कथित रूप से शामिल था, जिसमें 17 सुरक्षार्किमयों की जान गई थी. भीमा पर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था. उसे प्रोत्साहन राशि के रूप में 10,000 रुपये दिए गए और आगे पुनर्वास नीति के अनुसार सहायता प्रदान की जाएगी.’’ पुलिस के अनुसार, नक्सली हिडमा के नेतृत्व वाला ‘‘बटालियन नंबर 1’’ दंडकारण्य क्षेत्र में नक्सलियों का सबसे मजबूत हथियारबंद समूह है, जो आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सक्रिय है.