नयी दिल्ली. रेलवे ने साढ़े तीन किलोमीटर लंबी मालगाड़ी ‘सुपर वासुकी’ का 15 अगस्त को छत्तीसगढ़ के कोरबा तथा नागपुर के राजनांदगांव के बीच परीक्षण किया जिसमें 295 डिब्बों में 27,000 टन से अधिक कोयला लदा था. ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत यह परीक्षण किया गया. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा संचालित ट्रेन अपराह्न 1:50 बजे कोरबा से रवाना हुई और उसने 267 किलोमीटर की दूरी 11.20 घंटे में पूरी की.
रेलवे ने कहा कि यह उसके द्वारा संचालित अब तक की सबसे लंबी और सबसे अधिक मालवहन करने वाली ट्रेन है. उसने बताया कि यह मालगाड़ी एक स्टेशन को पार करने में करीब चार मिनट लेती है. अधिकारियों के अनुसार सुपर वासुकी ने जितने कोयले की ढुलाई की, वह 3000 मेगावाट के बिजली उत्पादन संयंत्र के लिए पूरे एक दिन के लिहाज से पर्याप्त है.