श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कमी नहीं आने दी जाएगी
चीतों का आगमन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्रॉडगेज रेल और मेडिकल कॉलेज, श्योपुर के विकास का इतिहास रचेंगे
श्योपुर में मेडिकल कॉलेज भवन, मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना का
शिलान्यास और चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना लोकार्पित
बड़ोदा में कॉलेज खोलने की घोषणा
एक हजार करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण-शिलान्यास
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर और श्री सिंधिया की उपस्थिति में हुआ कार्यक्रम
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज श्योपुर में 768 करोड़ रूपये के मेडिकल कॉलेज भवन, मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना, प्रेमसर-रिनीखेड़ा मुढला मार्ग और सीएम राइज शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के शिलान्यास और 245 करोड़ 41 लाख रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 167 करोड़ 58 लाख रूपये की लागत वाली चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का लोकार्पण भी किया। इस दौरान प्रदेश में लाड़ली बहना योजना को लागू करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को श्योपुर की बहनों ने 51 फीट लंबी राखी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बड़ौदा में कॉलेज खोलने की घोषणा भी की।
प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टिता से ही श्योपुर को मिले चीते
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी युग पुरूष हैं। देश को भाग्य से ही इस प्रकार की दूरदृष्टि वाले व्यक्तित्व का नेतृत्व प्राप्त होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर श्योपुर में चीतों का आगमन हुआ है। इससे श्योपुर में रोजगार के अवसरों की संभावना बढ़ी हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाएँ भी अपने गाँव में होम-स्टे संचालित करने के लिए प्रेरित हो रही हैं। केन्द्र और राज्य सरकार गरीब की जिंदगी बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी सोच के परिणामस्वरूप लाड़ली बहना योजना लागू की गई है।
बहनों के जीवन को सुखद, सरल और आत्म-सम्मान से परिपूर्ण करेगी लाड़ली बहना योजना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि बहने सशक्त होंगी तो परिवार और समाज सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल, सुखद बनाना ही हमारा ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर महीने बहनों को 1000 रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था लाड़ली बहना योजना में की गई है। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है, ऐसे परिवार की बहने योजना के लिए पात्र होंगी। योजना में 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन करना है। आवेदन करने के लिए आय प्रमाण-पत्र और मूल निवासी प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। स्वयं घोषित आय को ही मान्य किया जाएगा। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। हर महीने बहनों के खाते में 1000 हजार रूपए डाले जाएंगे। योजना में आवेदन करने के लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे। आवेदन भरने में मदद करने लिए शासकीय कर्मचारी और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। बहने योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए। गड़बड़ी और बेइमानी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का कल्याण होगा। बहने इस राशि को परिवार के पोषण, शिक्षण और स्वास्थ्य पर खर्च करेंगी। बहनों के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के लिए यह योजना शुरू की गई है।
युवाओं को कौशल एप्रेन्टिसशिप योजना में मिलेंगे सीखने के साथ कमाने के अवसर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों का हित देखते हुए ही एक अप्रैल से शराब दुकानों से लगे अहाते बंद किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने गरीब आवासहीन परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के लिए बजट में 8 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। साथ ही डिफाल्टर किसानों के कर्जों का ब्याज भरने के लिए भी बजट में विशेष व्यवस्था की गई है। रोजगार के लिए एक लाख 24 हजार शासकीय पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में एक लाख युवाओं को विभिन्न उद्यमों से जोड़ा जा रहा है। साथ ही युवाओं को सीखने के साथ कमाने का अवसर उपलब्ध कराने मुख्यमंत्री कौशल एप्रेन्टिसशिप योजना शुरू की जा रही है, जिसमें युवाओं को विभिन्न कौशल सीखने के लिए कारखानों और संस्थाओं से जोड़ा जाएगा। चयनित युवाओं को एक लाख रूपए उपलब्ध कराए जाएंगे।
श्योपुर के लिए वरदान सिद्ध होंगी सिंचाई परियोजनाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कूनो नदी पर 6 बाँध का निर्माण कर 4 जिलों को सिंचित करने की व्यवस्था के लिए जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे। साथ ही चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना में सिंचाई सुविधा से छूटे गाँवों को शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना का लोकार्पण तथा मूंझरी बाँध का निर्माण श्योपुर के लिए वरदान सिद्ध होगा।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि श्योपुर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। श्योपुर दूरस्थ एवं पिछड़ा जिला है, लेकिन मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में सडकें, विद्युतीकरण, सिंचाई, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र का विस्तार हुआ है। श्योपुर जिला अब अग्रणी जिले के रूप में पहचाना जाने लगा है। उन्होंने कहा कि श्योपुर में मेडिकल कॉलेज होगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। आज मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कॉलेज भवन की आधारशिला रखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को श्योपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 258 करोड़ रूपये की राशि प्रदान करने के लिये धन्यवाद दिया। श्री तोमर ने कहा कि श्योपुर में अब विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी नही रहेगी। लोगों को उपचार के लिए ग्वालियर, कोटा, सवाई माधोपुर, जयपुर और बांरा जाने की जरूरत नहीं होगी। श्योपुर अब डॉक्टर बनने की फैक्ट्ररी बन जायेगा। यहाँ से डॉक्टरी पढ़ कर निकलने वाले चिकित्सक देश में अपनी सेवाएँ प्रदान करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने मूंझरी डेम के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस डेम को 2017 में ही स्वीकृति दे दी थी और इसका टेण्डर भी हो गया था। उन्होंने कहा कि 167 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत की चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना से 12 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। कूनों नदी पर बनने वाले डेम की श्रंखला में श्रीमंत माधवराव सिंधिया वृहद सिंचाई परियोजना पर भी कार्य किया जायेगा। इस परियोजना से श्योपुर, ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, गुना सहित अन्य जिले लाभान्वित होंगे।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में जन-जन में विकास और विश्वास की अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि रंगपंचमी का दिन श्योपुर के लिए अविस्मरणीय है। आज जिले के विकास के लिये एक हजार करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज अन्नदाताओं को सिंचाई के क्षेत्र में 2 बड़ी सौगातें दी हैं। एक का लोकार्पण तो दूसरे का भूमि-पूजन हुआ है, इससे क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदल जायेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने श्योपुर के विकास और अपने जुड़ाव का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीमंत माधो महाराज ने आवदा डेम के साथ ही 100 वर्ष पहले नैरोगेज ट्रेन की सुविधा श्योपुर को दी थी। वर्तमान में आवश्यकता और अपेक्षाएँ बदलने पर केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर के साथ संयुक्त प्रयासों से इस क्षेत्र को ब्राडगेज रेल से जोड़ा जा रहा है। प्रथम चरण में ब्राडग्रेज रेल परियोजना में ग्वालियर से श्योपुर को और दूसरे चरण में श्योपुर से कोटा को जोड़ा जायेगा। प्रथम चरण का कार्य प्रगति पर है।
खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि वर्ष 2003 में श्योपुर जिले के हालात कैसे थे, उस स्थिति से हम सब अवगत है। श्योपुर की पहचान कूनों पालपुर, वीरपुर के जंगलों से होती थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में अब श्योपुर, देश में ही नही, विदेश में भी पहचान बना रहा है। जिले में सिंचाई के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल हो रही हैं। मेडिकल कॉलेज से श्योपुर को एक नई दिशा मिलेगी। कूनों अभयारण्य में चीतों को बसाने की योजना ने देश-विदेश में श्योपुर को पहचान दिलाई है। यह परियोजना पर्यावरण संतुलन के क्षेत्र में भी उपयोगी है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सिंचाई में आयी क्रांति: मंत्री श्री सिलावट
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में क्रांति आयी है। राज्य सरकार कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना के लोकार्पण और मूंझरी बाँध के भूमि-पूजन से क्षेत्र के 86 गाँव को लाभ मिलेगा। सिंचाई परियोजनाओं से 119 गाँव में पेयजल व्यवस्था भी होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्योपुर को दिलाई अंतर्राष्ट्रीय पहचान: राज्य मंत्री श्री कुशवाह
उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से श्योपुर को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। चीतों का सफल पुनर्स्थापन राज्य सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रदेशवासियों की परिवार की तरह चिंता करने वाले मुख्यमंत्री श्री चौहान श्योपुर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्योपुर को मेडिकल कॉलेज की सौगात उनकी इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जला कर और कन्या-पूजन कर किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़, विधायकगण सहित बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक मौजूद रहे।