बीजापुर। सीपीआई के जिला सचिव कमलेश झाड़ी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जिले के बेचापाल के ग्राम सभा व जनसुनवाई में शामिल होने पहुंचे थे, उन्होने कहा कि भैरमगढ़ विकासखण्ड के बेचापाल में ग्रामीण पिछले एक वर्ष से ग्रामीण आदिवासी व मूलवासी बचाओ मंच के लोग अपनी मांगो को लेकर संवैधानीक तरीके से आंदोलन पर बैठे हैं, किंतु शासन प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार उनकी सुध लेने अभी तक नही पहुंचा है। उन्होने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस की सरकार साम्राज्यवाद और पूंजीवादियों के नक्शे कदम पर चल रही है। ्र कमलेश झाड़ी ने कहा कि इन सारी समस्याओं को देखते हुए सीपीआई कि मांग है कि जिले के कई जगहों पर आदिवासी ग्रामीण आंदोलनों पर बैठे हैं, उनकी मांगों पर तत्काल अमल किया जाए, अन्यथा सीपीआई आने वाले दिनों इन आदिवासियों की मांगों को लेकर आंदोलन करेगी, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। गौरतलब है कि बेचापाल के ग्रामीणों के 21 नवम्बर को ग्राम सभा व जनसुनवाई का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रशासन को भी सूचना दी गई थी, किंतु कोई भी प्रशासनिक अधिकारी वहां नही पहुंचा। स्थानीय सरपंच की उपस्थिति व गांव के वरिष्ठ नागरिक राजूराम ओयाम के अध्यक्षता में ग्राम सभा सम्पन्न किया गया, जिसमे सात बिंदुओं पर सर्वसम्मति प्रस्ताव पारित कर शासन-प्रशासन को सौंपने का निर्णय लिया गया है। उक्त ग्राम सभा मे सीपीआई जिला सचिव एवं राज्यपरिषद के सदस्य कमलेश झाड़ी, लक्ष्मीनारायण पोर्ते, कोवराम हेमला, राजू तेलाम, जेम्स कुडिय़म, मोतीराम पोर्ते सहित सीपीआई के कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ ने वन एवं वृक्ष आवरण वृद्धि में देश में प्राप्त किया प्रथम स्थान
रायपुर 21 दिसंबर/ भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट (ISFR) 2023 के अनुसार छत्तीसगढ़ ने संयुक्त वन एवं वृक्ष आवरण वृद्धि में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भारतीय वन सर्वेक्षण…