छत्तीसगढ़ के सीएम घोषित होते ही बहुमत सिद्ध करने के लिए 2001 में था ये उप-चुनाव l इस बीच जोगी जी मोर छइंहा भुइँया देखने पहुंचे फिल्म देखकर उन्होंने पूरे कलाकारों को चाय पर बुलाया कलाकरों को सीएम हाउस ले जाने की जिम्मेदारी तात्कालीन महापौर स्व.तरुण चटर्जी को मिली,टी पार्टी के दौरान ही जोगी जी ने फिल्म के सभी कलाकारों को चुनाव प्रचार पर आमंत्रित कर दिया l हाउस के बाहर आते ही कई कलाकारों ने कई किस्म के बहाने बनाकर कन्नी काट ली,बच गये मै और शेखर सोनी,मैंने तो ठान लिया था इस प्रचार में जाऊँगा जरूर मै जानता था ये प्रचार मेरे लिए माईल स्टोन बनने वाला है l मुझे और शेखर को मरवाही पहुंचाने का जिम्मा कांग्रेस लीडर वाशु चक्रवर्ती को मिला हम तीनो और और एक तात्कालीन (अब रिटायर्ड) आईएएस बोलेरो से गौरेला पेंड्रा पहुंचे,चार दिन तक जोगी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर धुंआधार तूफानी चुनाव प्रचार के बाद मै और शेखर रायपुर आ गए…इस चुनाव के बाद जोगी जी ने मेरा नाम रख दिया था…अउ जरा हटके