नई दिल्ली (IMNB). एक माह तक चलने वाले ‘काशी तमिल संगमम्’ में सम्मिलित होने के लिये तमिल शिष्टमंडल का दूसरा दल मंगलवार को काशी की पावन नगरी पहुंच गया है। इस दल में तमिलनाडु के विभिन्न भागों में रहने वाले छात्र, सांस्कृतिक कलाकार, अकादमीशियन, साहित्यकार, इतिहासकार आदि शामिल हैं। वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर दल का भव्य स्वागत किया गया। काशी उत्सव में सम्मिलित होने के बाद, दल प्रयागराज और अयोध्या भी जायेगा।
तमिलनाडु के विभिन्न भागों से शिष्टमंडल के और भी दल विभिन्न समूहों में काशी पहुंचकर महीने भर चलने वाले ‘काशी तमिल संगमम्’ में सम्मिलित होंगे। वाराणसी के अलावा, वे प्रयागराज और अयोध्या भी जायेंगे। लोगों के बीच इस आदान-प्रदान का उद्देश्य है कि ज्ञान की दोनों परंपराओं और संस्कृति को एक-दूसरे के निकट लाया जाये। साथ ही इन दोनों क्षेत्रों के लोगों के बीच साझा धरोहर के प्रति समझ विकसित करना तथा रिश्ते मजबूत बनाना भी उद्देश्य में शामिल है। तमिलनाडु का शिष्टमंडल काशी को प्राचीन नगरी के ऐतिहासिक महत्त्व को समझने में आसानी होगी। महीने भर चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान, तमिलनाडु के विभिन्न सांस्कृतिक समूह काशी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि ‘काशी तमिल संगमम्’ का उद्घाटन 19 नवंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। तमिलनाडु के शिष्टमंडल के अतिरिक्त काशी के स्थानीय निवासी भी पूरे हर्षोल्लास के साथ महीने भर चलने वाले कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
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