
रायपुर, 8 फरवरी 2025 – इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के सीपीई कमेटी द्वारा आयोजित और रायपुर ब्रांच ऑफ सीआईआरसी द्वारा होस्ट किए गए “मंथन” फुल डे सेमिनार का आयोजन होटल बैबिलॉन इंटरनेशनल, रायपुर में किया गया। यह सेमिनार छत्तीसगढ़ में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की भूमिका, औद्योगिक नीतियों, और भारत को 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य पर केंद्रित था।
मुख्य और विशेष अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में श्री टॉपलाल वर्मा, प्रांत संघचालक, छत्तीसगढ़, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ के आर्थिक और सामाजिक विकास में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की बढ़ती भूमिका पर विचार रखे।
श्री सतीश गोखुल पांडा, सचिव, छत्तीसगढ़ होलिस्टिक डेवलपमेंट, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने समग्र विकास और सतत आर्थिक प्रगति के लिए विशेषज्ञता और नवाचार की आवश्यकता पर जोर दिया।
आयोजन समिति का नेतृत्व
कार्यक्रम का संचालन रायपुर ब्रांच के चेयरमैन सीए धवल शाह ने किया। उनके साथ विकास गोल्छा (वाइस चेयरमैन), रश्मि वर्मा (सचिव), गोपाल अग्रवाल (कोषाध्यक्ष), और रवि जैन (साइकासा चेयरमैन) ने आयोजन की सभी व्यवस्थाओं को कुशलतापूर्वक संभाला।
प्रमुख सत्र: गहन चर्चा और ज्ञानवर्धन
इस सेमिनार में पांच प्रमुख सत्र आयोजित किए गए, जिनमें वक्ताओं ने अपने क्षेत्र के अनुभव, विशेषज्ञता और भविष्य के दृष्टिकोण को साझा किया।
सत्र 1: “पैसिव इनकम और वेल्थ क्रिएशन के तरीके”
वक्ता: सीएफए महावीर कसवा
(सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, प्रोडक्ट्स एंड रिसर्च, एक्सिस म्युचुअल फंड)
इस सत्र में सीएफए महावीर कसवा ने समझाया कि निवेशकों के लिए पैसिव इनकम और दीर्घकालिक धन सृजन (Wealth Creation) कैसे संभव है। उन्होंने Passive Investment Strategies जैसे इंडेक्स फंड्स, ईटीएफ्स (ETFs), और अन्य साधनों के उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। प्रतिभागियों को समझाया गया कि कैसे यह रणनीति कम जोखिम और अधिक स्थिरता के साथ भविष्य की आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।
सत्र 2: “भारत के भविष्य में बजट का प्रभाव और कैपिटल मार्केट में निवेश”
वक्ता: श्री सुमीत बगाड़िया
(एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग प्रा. लि.)
इस सत्र में श्री बगाड़िया ने बजट नीतियों और उनके प्रभावों पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे बजट प्रावधान आर्थिक सुधारों को गति देते हैं और पूंजी बाजार में अवसरों का निर्माण करते हैं। उनके व्याख्यान में भारतीय अर्थव्यवस्था में आगामी सुधार, घरेलू और वैश्विक निवेशकों के लिए अवसर, और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इन नीतियों के प्रभाव को भी समझाया गया।
सत्र 3: “आईपीओ एडवाइजरी और कैपिटल मार्केट में व्यावसायिक अवसर”
वक्ता: सीए रतिराज जी टिबरेवाल
(सीईओ, चॉइस कैपिटल एडवाइजर्स प्रा. लि.)
इस सत्र में सीए टिबरेवाल ने आईपीओ (Initial Public Offering) की प्रक्रिया और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स आईपीओ एडवाइजरी और कैपिटल मार्केट में रणनीतिक अवसरों को पहचानकर अपने क्लाइंट्स की मदद कर सकते हैं। इस सत्र में पूंजी जुटाने की रणनीतियों, निवेशकों की अपेक्षाओं और कंपनियों को लिस्टिंग प्रक्रिया में आने वाली चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा हुई।
सत्र 4: “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पेशेवर जीवन में उपयोग”
वक्ता: सीए करण गुप्ता
(प्रमुख एआई स्पीकर, छत्तीसगढ़)
सीए करण गुप्ता ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि कैसे एआई पेशेवर जीवन में दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित कर सकता है और विश्लेषणात्मक कार्यों में सटीकता और गति ला सकता है। उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्रों में AI Tools जैसे डेटा एनालिटिक्स, फोरेंसिक ऑडिटिंग और क्लाइंट मैनेजमेंट में एआई की उपयोगिता पर जोर दिया।
सत्र 5: “केस स्टडी: क्लाइंट्स के मल्टीबैगर्स की पहचान”
वक्ता: सीए अभिषेक जैन
(अहमदाबाद)
सीए अभिषेक जैन ने मल्टीबैगर्स (ऐसे स्टॉक्स जो कई गुना लाभ प्रदान करते हैं) की पहचान करने की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी तरीके से समझाया। उन्होंने व्यावहारिक उदाहरणों और केस स्टडीज के माध्यम से बताया कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स अपने क्लाइंट्स के निवेश पोर्टफोलियो का विश्लेषण करके मल्टीबैगर्स को कैसे पहचान सकते हैं और उनके दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में मदद कर सकते हैं।
अध्यक्षीय संबोधन: सीए धवल शाह
चेयरमैन सीए धवल शाह ने सेमिनार के समापन सत्र में “2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था” के विजन को साकार करने में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति में संभावनाओं और अवसरों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स न केवल वित्तीय सलाहकार हैं, बल्कि राज्य के आर्थिक और औद्योगिक विकास के मजबूत स्तंभ भी हैं।
कार्यक्रम की विशेषताएं और निष्कर्ष
यह सेमिनार चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए एक ऐसा मंच बना, जहां उन्होंने आर्थिक विकास, कैपिटल मार्केट, और तकनीकी नवाचारों पर अपनी समझ को गहरा किया। यह कार्यक्रम भविष्य में छत्तीसगढ़ के आर्थिक और औद्योगिक विकास में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करेगा।
धन्यवाद ज्ञापन:
कार्यक्रम का समापन रायपुर ब्रांच की टीम ने मुख्य अतिथि, विशेष अतिथि, वक्ताओं और उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए किया।