वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर शर्मा की बात बेबाक
मन से बड़ा कोई धाम न मिलेगावि
भीषण अगर बन भी गए,
तो अब राम ना मिलेगा ।
देश की विडम्बना है कि कुर्सी की चाहत में अपने भी बेगाने हो जाते है जो मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के साथ हुए अन्य राज्यो के विधानसभा चुनाव परिणामो में दिखा था जिसका असर लोकसभा के चुनाव में भी दिखने लगा है । पार्टी की नैया डूबती देख मतलब परस्त पार्टी से किनारा कर नए आशियाने की तलाश में है । सत्ता व सरकार गंवाने के साथ साथ ईडी का शिकंजा शराब , कोयला घोटाले को लेकर साल 23 - 24 छत्तीसगढ में कांग्रेस के लिए हताशा भरा रहना है 15 साल सत्ता की मलाई खा 5 साल वनवास भोगने वाली भाजपा का वनवास 2024 आते आते खत्म हुआ । वैसे वर्ष 2024 चुनावी वर्ष रहने वाला है इस दौरान लोकसभा नगरीय निकाय और उसके बाद पंचायती राज के चुनावों का दौर रहेगा ।
छत्तीसगढ़ में सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस सन्नपात की स्थिति में है हालात ये है कि कार्यकर्ताओ की नाराज...